1 साल में 105,000 तक पहुंच सकता है सेंसेक्स, मॉर्गन स्टेनली की उत्‍साह बढ़ाने वाली रिपोर्ट

Shivam
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, मॉर्गन स्टेनली ने शुक्रवार को कहा कि भारत का शेयर बाजार 2025 में उभरते बाजारों के बीच एक उत्कृष्ट प्रदर्शनकर्ता के रूप में उभर सकता है. वैश्विक ब्रोकरेज फर्म ने अनुमान लगाया है कि मजबूत आय वृद्धि, व्यापक आर्थिक स्थिरता और मजबूत घरेलू पूंजी प्रवाह द्वारा समर्थित तेजी के परिदृश्य में बीएसई सेंसेक्स 105,000 तक बढ़ सकता है. जो कि मजबूत आय वृद्धि, मैक्रोइकोनॉमिक स्टेबिलिटी और मजबूत घरेलू पूंजी प्रवाह के कारण संभव हो सकता है.

सेंसेक्स में 30 फीसदी मुनाफे की संभावना

इस अनुमान को मॉर्गन स्टेनली ने एक बुलिश (उत्साही) सिनेरियो में रखा है, जिसमें सेंसेक्स को 105,000 तक पहुंचने का 30% मौका बताया गया है. इसके बेस केस (आधारिक) सिनेरियो में सेंसेक्स के लिए 93,000 का लक्ष्य रखा गया है, जो वर्तमान स्तरों से 14 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है. यह अनुमान भारत की आर्थिक दिशा और स्थिरता पर आधारित है. मॉर्गन स्टेनली के रिधम देसाई के मुताबिक, यदि भारत अपने राजकोषीय अनुशासन को बनाए रखता है, निजी निवेशों को प्रोत्साहित करता है, और वास्तविक वृद्धि तथा ब्याज दरों के बीच सकारात्मक अंतर बनाए रखता है, तो सेंसेक्स का पी/ई अनुपात 23x पर व्यापार कर सकता है, जो पिछले 25 वर्षों के औसत 20x से अधिक होगा.

बेस केस सिनेरियो के तहत, जो सबसे संभावित स्थिति मानी जा रही है, मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि सेंसेक्स की आय वित्त वर्ष 2026-27 (FY27) तक हर साल 17% की दर से बढ़ेगी. इस वृद्धि का समर्थन करने के लिए मुख्य कारण होंगे – राजकोषीय समेकन, स्थिर खुदरा निवेश, और प्रबंधनीय इक्विटी आपूर्ति. इसके अलावा, भारत की स्थिर मैक्रोइकोनॉमिक स्टेबिलिटी निवेशकों का विश्वास बढ़ा सकती है.

बुल केस सिनेरियो: 105,000 तक की संभावना

अगर सभी परिस्थितियाँ अनुकूल रहती हैं, तो सेंसेक्स 105,000 तक पहुंच सकता है. इस सिनेरियो में कुछ प्रमुख कारक शामिल हैं:

तेल की कीमतें: यदि कच्चे तेल की कीमतें 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे रहती हैं, तो मुद्रास्फीति दबाव में आएगी.
ब्याज दरों में कटौती: कम मुद्रास्फीति के कारण भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ब्याज दरों में और कटौती कर सकता है.
सुधार और विदेशी निवेश: सरकार द्वारा किए गए सुधारों जैसे GST दरों में कटौती और कृषि कानूनों में प्रगति, साथ ही बढ़ते विदेशी निवेश भारत की आर्थिक स्थिति को मजबूती दे सकते हैं.
वैश्विक प्रवृत्तियां: यदि अमेरिका में आर्थिक वृद्धि स्थिर रहती है और यूक्रेन-रूस युद्ध का समाधान हो जाता है, तो भारत के व्यापार और आर्थिक माहौल पर सकारात्मक असर पड़ सकता है.
इस सिनेरियो में, मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि FY24-27 तक सेंसेक्स की आय हर साल 20% बढ़ेगी.

बेयर केस सिनेरियो: 70,000 तक गिरावट

हालांकि, मॉर्गन स्टेनली ने चेतावनी दी है कि सबसे खराब सिनेरियो में सेंसेक्स 70,000 तक गिर सकता है, जो कि 20% की गिरावट को दर्शाता है. यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है यदि:

  • वैश्विक तेल कीमतें 110 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बढ़ती हैं.
  • भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति को कड़ा करता है ताकि मैक्रोइकोनॉमिक स्थिरता बनी रहे.
  • अमेरिकी अर्थव्यवस्था मंदी में चली जाती है, जिससे वैश्विक वृद्धि मंद पड़ती है.
  • इस सिनेरियो में, मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि सेंसेक्स की आय हर साल 15% की दर से बढ़ेगी, और इक्विटी वैल्यूएशन कमजोर मैक्रोइकोनॉमिक परिस्थितियों को प्रतिबिंबित करेगा.

सेंसेक्स की दिशा: वित्तीय और तकनीकी क्षेत्रों में निवेश का अवसर

मॉर्गन स्टेनली ने विशेष रूप से वित्तीय, तकनीकी, उपभोक्ता विवेकाधीन और औद्योगिक क्षेत्रों पर उत्‍साही दृष्टिकोण रखा है. इसके साथ ही, छोटे और मिड-कैप स्टॉक्स की हालिया सुधारों के बाद बड़े-कैप स्टॉक्स से बेहतर प्रदर्शन करने की संभावना जताई है. ब्रोकरेज फर्म के फोकस लिस्ट में मारूति सुजुकी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस और इंफोसिस जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं, जिन्हें वर्तमान बाजार स्थिति में निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण अवसर माना जा रहा है.

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