यूएस से आई बड़ी खबर, जानिए 1 अप्रैल को कैसा रहेगा शेयर बाजार का माहौल

Raginee Rai
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Stock Market: गुड फ्राइडे और शनिवार-रविवार की छुट्टी के बाद भारतीय शेयर बाजार सीधे सोमवार यानी 1 अप्रैल 2024 को खुलेंगे. इसी दिन से देश में नया वित्‍त वर्ष शुरू होने वाला है. इस बीच अमेरिका से बड़ी खबर सामने आई है जो भारतीय शेयर बाजार पर असर डाल सकती है, तो क्या वित्‍तीय वर्ष के पहले ही दिन शेयर बाजार में तबाही मचेगी? आइए जानते हैं.

अमेरिका से जो खबर आई है, वह यहां के फेडरल रिजर्व और उसकी ब्याज दर से संबंधित है. बता दें किे फेडरल रिजर्व की ब्याज दर में थोड़ा सा भी बदलाव दुनियाभर के बाजार में तहलका मचाता है. इसका असर दुनिया के कई शेयर बाजारों पर पड़ता है, क्योंकि ये बदलाव इंवेस्टमेंट के फ्लो में परिवर्तन करने का दम रखता है.

फेडरल रिजर्व के चेयरमैन ने कही ये बात

शुक्रवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि अमेरिका का केंद्रीय बैंक ब्याज दरों की कटौती को लेकर किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं है. वह तब तक इसका इंतजार कर सकता है, जब तक अमेरिका में महंगाई के आंकड़े उसकी उम्मीदों के अनुरूप नहीं आ जाते.

एक्सपर्ट्स का मानना है कि चेयरमैन जेरोम के इस बयान के कई मतलब निकलते हैं. पहला ये कि इसने एक बार फिर फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं को संशय में डाल दिया है. दूसरा ये कि जब हाल में जेरोम पॉवेल ने कहा था कि जून में ब्याज दर कम हो सकती हैं, तो उससे पूरी दुनिया के स्‍टॉक मार्केट्स में रौनक लौट आई थी, तो क्या यह रौनक जल्द समाप्त हो जाएगी.

हालांकि जेरोम पॉवेल ने अपने बयान में एक राहत की बात भी कही है कि अमेरिका के महंगाई के ताजा आंकड़े उसकी उम्मीद के अनुरूप हैं. ऐसे में अब देखना ये होगा कि सोमवार को शेयर बाजार में कैसे इस बयान पर रिएक्ट करता है?

ऐसे पड़ता है शेयर बाजार पर असर

किसी भी स्टॉक मार्केट खासकर भारत के स्टॉक मार्केट में बड़े पैमाने पर विदेशी पोर्टफोलियो इंवेस्टर्स ( FII) निवेश करते हैं. उनके निवेश से शेयर बाजार की चाल तय होती है. काफी समय से देश के शेयर बाजार में एफआईआई बड़े पैमाने पर पैसा लगा रहे हैं.

अगर अमेरिकी फेडरल रिजर्व अपनी ब्याज दरों में कटौती करता है, तो एफआईआई का पैसा अमेरिकी मार्केट से निकलकर बाकी अन्य ग्रोथ मार्केट की तरफ मूव करता है, ताकि उन्हें बेहतर रिटर्न मिले. ऐसे में अगर अमेरिका फेडरल रिजर्व ब्याज कटौती करता है, तो उसका सीधा फायदा भारत के शेयर बाजार को होता है.

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