Stock Market: मंगलवार को कैसे बंद हुआ बाजार? जानिए सेंसेक्स-निफ्टी का हाल

Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Stock Market: मंगलवार के ट्रेडिंग सेशन में भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुआ. यह लगातार तीसरा दिन था, जब शेयर बाजार में गिरवाट दर्ज की गई. प्रमुख बेंचमार्क बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्स (Sensex) 456 अंक यानी 0.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72,943 अंक के लेवल पर बंद हुआ है. वहीं नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का निफ्टी (Nifty) 124 अंक यानी 0.56 प्रतिशत की गिरावट लेकर 22,147.90 के लेवल पर बंद हुआ. निफ्टी बैंक में भी गिरावट देखी गई. यह 288.45 अंक या 0.60 प्रतिशत फिसल कर 47,484 के स्‍तर पर बंद हुआ है.

व्यापक बाजारों में, स्मॉलकैप की मांग थी. एनएसई पर स्मॉलकैप इंडेक्स 0.5 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ, जबकि मिडकैप इंडेक्स कारोबार के उतार-चढ़ाव भरे दिन के बाद 0.1 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ.

टॉप लूजर्स

तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स के शेयरों में, इंफोसिस, इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, विप्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और लार्सन एंड टुब्रो प्रमुख रुप से घाटे में रहे.

टॉप गेनर्स

वहीं दूसरी ओर, टाइटन, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी बैंक, मारुति, आईटीसी, पावर ग्रिड और रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रमुख रुप से लाभ में दिखें.

बाजार में गिरावट की वजह

वैश्विक स्‍तर पर मुश्किल हालातों से भारतीय बाजार में गिरावट आई है. इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष ने इसे और गंभीर बना दिया है, जिसके चलते भारत के साथ ग्‍लोबल मार्केट में भी बिकवाली देखने को मिल रही है.

वैश्विक बाजारों में बिकवाली

ग्‍लोबल मार्केट में बिकवाली का ट्रेंड देखने को मिला है. शंघाई, टोक्यो, हांगकांग, ताइपे, बैंकॉक, सियोल और जाकार्ता के बाजारों में भारी बिकवाली दर्ज की गई है. अमेरिका के बाजार भी सोमवार के ट्रेडिंग सेशन में लाल निशान में बंद हुए थे.

ये भी पढ़ें :- एलन मस्क का बड़ा झटका, X पर पोस्ट करना नहीं होगा आसान, अब देने होंगे पैसे

 

Latest News

परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने 61 सड़कों का किया लोकार्पण व शिलान्यास, बोले- ‘बलिया विधानसभा में बिछेगा सड़कों का जाल… ‘

Ballia: प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने शनिवार को विधानसभा क्षेत्र में पिछले व वर्तमान वित्तीय वर्षों...

More Articles Like This

Exit mobile version