बेंगलुरु में आयोजित IMTEX 2025, एक प्रमुख वैश्विक मशीन टूल प्रदर्शनी के दौरान, ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र, चेन्नई के महानिदेशक रिचर्ड चेन ने भारत के साथ ताइवान की गहरी साझेदारी पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “भारत का विनिर्माण क्षेत्र मशीनरी, ऑटोमोटिव और रक्षा में वैश्विक नेता है. यह क्षेत्र इंडस्ट्री 4.0 और IoT के साथ एक अद्वितीय परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है. ताइवान इस यात्रा में एक विश्वसनीय साझेदार बनने पर गर्व करता है. हम उन्नत ऑटोमेशन और मशीन टूल समाधान प्रदान कर रहे हैं जो ‘मेक इन इंडिया’ पहल के साथ पूरी तरह मेल खाते हैं.”
IMTEX 2025 में ताइवान ने अपने प्रसिद्ध ब्रांड्स के अत्याधुनिक उत्पादों का प्रदर्शन किया. रिचर्ड चेन ने कहा, “ये प्रौद्योगिकियां भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की बदलती जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार की गई हैं. ये सटीकता, स्वचालन और स्थिरता बढ़ाने के समाधान प्रदान करती हैं, जो उद्योग की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं. हमारा लक्ष्य भारतीय निर्माताओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाना है.”
ताइवान-भारत साझेदारी
रिचर्डचेन ने कहा, “हम नवाचार में एक वैश्विक नेता के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत करने, भारतीय निर्माताओं के साथ सार्थक साझेदारी करने और भारत के विनिर्माण उद्योग की वृद्धि में योगदान करने की आशा रखते हैं.”
उन्होंने ताइवान द्वारा पेश की गई परिवर्तनकारी मशीन टूल प्रौद्योगिकियों को एक नए युग की औद्योगिक उत्कृष्टता और सहयोग के लिए प्रेरणा बताया.
कर्नाटक चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष ने जताई सहयोग की इच्छा
कर्नाटक चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष एम. जी. बालकृष्णा ने कहा कि इंडस्ट्री एसोसिएशन ताइवान एक्सीलेंस जैसे कार्यक्रमों के साथ सहयोग के लिए उत्सुक हैं. उन्होंने कहा, “आज प्रदर्शित किए गए अत्याधुनिक उपकरण भारतीय कंपनियों को परिचालन दक्षता बढ़ाने, उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार करने और स्थायी प्रथाओं को अपनाने में मदद करेंगे. ये उपकरण उन्हें एक गतिशील वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाएंगे.”
IMTEX 2025 में ताइवान एक्सीलेंस (TE) पवेलियन ने 13 प्रसिद्ध ताइवानी ब्रांड्स के अगली पीढ़ी के विनिर्माण उपकरणों का प्रदर्शन किया. यह पवेलियन भारतीय उद्योगों के लिए अत्याधुनिक तकनीकों को समझने और अपनाने का एक विशेष अवसर प्रदान करता है. चेन के अनुसार, “हम भारतीय निर्माताओं को सशक्त बनाना चाहते हैं ताकि वे वैश्विक स्तर पर अग्रणी बन सकें और नवाचार व आर्थिक प्रगति के साझा भविष्य का निर्माण कर सकें.”