वैश्विक प्रौद्योगिकी प्रमुख लेनोवो ने बुधवार को कहा कि कंपनी अगले तीन वर्षों में अपने सभी पर्सनल कंप्यूटर (पीसी) मॉडल का निर्माण भारत से करेगी. कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य इस अवधि में अपने पीसी व्यवसाय के लिए 100% उत्पादन को छूना है.
इसमें एआई-पीसी में इसकी पेशकश भी शामिल होगी. यह घोषणाएं तब हुई हैं जब कंपनी भारत में अपनी उपस्थिति के 20 साल पूरे होने का जश्न मना रही है. लेनोवो इंडिया के प्रबंध निदेशक शैलेन्द्र कटियाल ने कहा कि भारत में कुल पीसी बिक्री में से, कंपनी ने 30 प्रतिशत स्थानीय स्तर पर निर्मित किया है और अगले साल 50% और अंततः तीन साल में 100% तक पहुंच जाएगी.
कटियाल ने यह भी कहा कि पहला एआई-संचालित सर्वर 1 अप्रैल से भारत के विनिर्माण केंद्र से शुरू किया जाएगा. वह मुंबई में आयोजित कंपनी के प्रमुख कार्यक्रम लेनोवो टेकवर्ल्ड इंडिया 2025 में बात कर रहे थे. पिछले साल सितंबर में, लेनोवो ने पुडुचेरी में एक उत्पादन सुविधा शुरू की थी,
जो सालाना लगभग 50,000 एंटरप्राइज एआई सर्वर और 2,400 हाई-एंड ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (जीपीयू) इकाइयों का निर्माण करेगी. लेनोवो, भारत में अपने विनिर्माण आधार को मजबूत करने के साथ-साथ एआई प्रतिभा पर भी ध्यान दे रही है और अपनी अनुसंधान और विकास क्षमताओं का विस्तार करना चाहती है. कंपनी ने बेंगलुरु में एक और आर एंड डी केंद्र स्थापित करने की घोषणा की,
क्योंकि वह भारत को एआई हब बनाना चाहती है. चीनी उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक प्रमुख ने यह भी कहा कि जब एआई की बात आती है, तो वह भारत में अत्यधिक वृद्धि देख रही है. साल-दर-साल की अवधि में लेनोवो का भारत राजस्व बढ़कर 2.5 बिलियन डॉलर हो गया. लेनोवो के अंतर्राष्ट्रीय बाजार के अध्यक्ष मैथ्यू ज़िलिंस्की ने कहा कि भारत ‘दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण बाजारों में से एक है’.
“भारत में हमारा विनिर्माण पदचिह्न, न केवल भारत के लिए निर्माण कर रहा है, बल्कि भारत को एक बड़े निर्यातक के रूप में भी स्थापित कर रहा है. 2024 के लिए, हमने ~18,000 करोड़ मूल्य के उत्पाद बनाए, भारत भेजे और भारत से बाहर भेजे,” ज़िलिंस्की ने कहा. उन्होंने यह भी कहा कि मोटोरोला (स्मार्टफोन) का कारोबार भारत में बहुत अच्छी तरह से बढ़ रहा है.