Tesla: टेस्ला के मालिक एलन मस्क इस महीने के अंत में भारत आ रहे हैं. मस्क कम से कम दो दिन बिताने के लिए पहली बार भारत आ रहे हैं. अरबपति मस्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. ऐसे में सभी की निगाहें इस बात पर टिकी है कि एलन मस्क पीएम मोदी और उद्योग जगत के नेताओं के साथ अपनी बैठक में क्या ऐलान करेंगे. वहीं, टेस्ला लवर्स के बीच सिर्फ एक ही सवाल है कि वे आखिरकार ‘मेक इन इंडिया’, किफायती ईवी कब चला पाएंगे और उसकी कीमत क्या होगी.
जानकारी दें कि मौजूदा समय में पूरी दुनिया में टेस्ला की कीमतें लगभग समान ही हैं. मॉडल 3 के बेस वेरिएंट की कीमत 40,000 डॉलर यानी करीब 33.5 लाख रुपये से अधिक है. हालांकि, भारत में टेस्ला कीमत काफी कम होने का अनुमान जताया जा रहा है. उद्योग जगत के सूत्रों के मुताबिक, टेस्ला अंततः भारत में 20 लाख रुपये से शुरू होने वाली इलेक्ट्रिक कार लॉन्च कर सकती है.
टेस्ला का सबसे सस्ती कार मॉडल 3
एक सस्ता मॉडल 3, एंट्री-लेवल टेस्ला है, जिसे सिर्फ बैटरी घटकों के स्थानीय विनिर्माण और एक मजबूत EV आपूर्ति प्रणाली के साथ ही चलाना संभव हो सकता है. इसके लिए एलन मस्क को देश की अपनी पहली यात्रा के दौरान निश्चित रूप से एक अहम घोषणा करनी होगी. मार्केट इंटेलिजेंस फर्म काउंटरपॉइंट रिसर्च के सीनियर एनालिस्ट सौमेन मंडल के अनुसार, टेस्ला द्वारा स्थानीय उत्पादन स्थापित करने से आयात शुल्क (Import duty) खत्म हो जाएगा, जिससे एक सस्ती टेस्ला कार का मार्ग प्रशस्त होगा. साथ ही, यदि भारत में बनी टेस्ला कारें ग्लोबल लेवल पर उपलब्ध कारों की तुलना में कम सुविधाओं के साथ आती हैं, तो लागत में कमी लाई जा सकती है.
इस तरह सस्ती कार का सपना पूरा होगा
फुल सेल्फ-ड्राइविंग (FSD) मोड के लिए जरूरी कुछ हार्डवेयर को खत्म किया जा सकता है और “एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) लेवल 2 को शामिल किया जा सकता है”. 20 लाख रुपये की कार बनाने के लिए टेस्ला के पास 50 हजार वाट से कम क्षमता वाला बैटरी पैक भी हो सकता है और इलेक्ट्रिक मोटर कम पावर की हो सकती है. छोटे केंद्र डिस्प्ले के साथ वाहन में इलेक्ट्रॉनिक्स को भी कम किया जा सकता है.
सरकार ने सीमा शुल्क में बड़ी कमी की
भारत सरकार ने नई EV नीति में आयातित कारों पर कस्टम ड्यूटी को पहले के 100 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत (कुछ शर्तों के साथ) कर दिया है. देश में ईवी के लिए विनिर्माण सुविधाएं स्थापित करने के लिए न्यूनतम 4,150 करोड़ रुपये (लगभग 500 मिलियन डॉलर) के निवेश की आवश्यकता होगी. इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के अनुसार, टेस्ला 2030 तक भारत में कम से कम 3.6 अरब डॉलर का राजस्व (Revenue) पैदा कर सकती है.
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