प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत पिछले 5 वर्षों में सिलेंडर रिफिल की संख्या हुई दोगुनी: Government Data

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
विपक्ष हमेशा से ही प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडरों में ईंधन नहीं भरवाने को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधता रहा है. विपक्ष का दावा है कि लोग इन सिलेंडरों में ईंधन नहीं भरवा रहे हैं और लकड़ी जलाकर खाना बना रहे हैं. हालांकि, सरकार के ताजा आंकड़े ऐसे दावों को झूठा साबित करते हैं. सरकार ने संसद को बताया है कि पिछले पांच वर्षों में इस योजना के अंतर्गत रिफिल की संख्या दोगुनी हो गई है तथा PMUY लाभार्थियों की प्रति व्यक्ति खपत बढ़कर करीब साढ़े चार सिलेंडर प्रति वर्ष हो गई है, जो इस योजना की सफलता को रेखांकित करता है.
सरकार ने कहा कि 1 मार्च 2025 तक देश भर में 10.33 करोड़ PMUY कनेक्शन हैं. इस योजना के तहत रिफिल सिलेंडर की संख्या पांच साल में दोगुनी हो गई है. इस वित्तीय वर्ष में फरवरी तक 41.95 करोड़ रिफिल वितरित किए गए, जबकि 2023-24 में यह पहले से ही 39.38 करोड़ रिफिल से अधिक है. 2019-20 में रिफिल की संख्या 22.80 करोड़ थी, जो पांच साल पहले की तुलना में इस वित्त वर्ष में लगभग 100% की वृद्धि दर्शाती है.
सरकार ने संसद को बताया है कि पीएमयूवाई लाभार्थियों की प्रति व्यक्ति खपत (प्रति वर्ष लिए गए 14.2 किलोग्राम एलपीजी सिलेंडर की संख्या के संदर्भ में) 3.68 (वित्त वर्ष 2021-22) से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 3.95 और वित्त वर्ष 2024-25 (जनवरी 2025 तक) में 4.43 हो गई है. सरकार ने कहा कि यह पीएमयूवाई उपभोक्ताओं के लिए घरेलू एलपीजी की पहुंच और सामर्थ्य में सुधार के लिए सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों का परिणाम है.
सरकार ने संसद को बताया, “पीएमयूवाई के लॉन्च होने के बाद से, तेल विपणन कंपनियों ने फरवरी 2025 तक PMUY ग्राहकों को प्रारंभिक इंस्टॉलेशन रिफिल सहित कुल 234.02 करोड़ एलपीजी रिफिल (14.2 किलोग्राम सिलेंडर के संदर्भ में) वितरित किए हैं। वित्त वर्ष 2024-25 (फरवरी 2025 तक) के दौरान, तेल विपणन कंपनियां प्रतिदिन लगभग 12.6 लाख एलपीजी रिफिल (14.2 किलोग्राम सिलेंडर के संदर्भ में) वितरित कर रही हैं.”
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) मई 2016 में शुरू की गई थी जिसका उद्देश्य देश भर के गरीब परिवारों की वयस्क महिलाओं को जमा-मुक्त एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराना है. शेष गरीब परिवारों को कवर करने के लिए, उज्ज्वला 2.0 को अगस्त 2021 में लॉन्च किया गया था, जिसमें 1 करोड़ अतिरिक्त पीएमयूवाई कनेक्शन जारी करने का लक्ष्य था, जिसे जनवरी 2022 में हासिल किया गया था.
इसके बाद, सरकार ने उज्ज्वला 2.0 के तहत 60 लाख और एलपीजी कनेक्शन जारी करने का फैसला किया और दिसंबर 2022 के दौरान 1.60 करोड़ उज्ज्वला 2.0 कनेक्शन का लक्ष्य भी हासिल कर लिया गया. इसके अलावा, सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 से 2025-26 की अवधि के लिए पीएमयूवाई के तहत अतिरिक्त 75 लाख कनेक्शन जारी करने को मंजूरी दी, जो जुलाई 2024 के दौरान पहले ही हासिल कर लिया गया है. पीएमयूवाई के अंतर्गत एलपीजी कनेक्शन गरीब परिवारों की वयस्क महिला के नाम पर जारी किया जाता है, बशर्ते परिवार के किसी भी सदस्य के नाम पर कोई एलपीजी कनेक्शन न हो तथा अन्य नियम व शर्तें पूरी हों.

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