WTO on Trump Tariff Policy: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ पॉलिसी से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रणाली में बड़ा बदलाव होने की संभावना है. ट्रंप के इस टैरिफ वाले फैसले पर विश्व व्यापार संगठन (WTO) ने भी चिंता जाहिर की है। WTO ने कहा कि अमेरिका के टैरिफ के ऐलान का ग्लोबल ट्रेड और इकोनॉमिक ग्रोथ की संभावनाओं पर काफी गंभीर प्रभाव पड़ेगा और इस साल ग्लोबल कमोडिटी ट्रेड में लगभग एक प्रतिशत की कमी आ सकती है.
टैरिफ फैसले की बारीकी से निगरानी कर रहा है WTO
अमेरिका द्वारा लगभग 60 से अधिक देशों पर टैरिफ लगाने के फैसले के बाद डब्ल्यूटीओ की डायरेक्टर जनरल नगोजी ओकोन्जो-इवेला का ये बयान आया है. इवेला ने कहा कि WTO सचिवालय 2 अप्रैल को अमेरिका के टैरिफ लगाने के फैसले की बारीकी से निगरानी और विश्लेषण कर रहा है. इवेला ने कहा कि कई सदस्य हमसे संपर्क कर चुके हैं और हम उनकी इकोनॉमी और ग्लोबल ट्रेडिंग सिस्टम पर संभावित प्रभाव के बारे में उनके सवालों के जवाब में सक्रिय तौर पर उनसे जुड़ रहे हैं.
डायरेक्टर जनरल इवेला ने कहा कि हाल की घोषणाओं का वैश्विक कारोबार और इकोनॉमिक ग्रोथ की संभावनाओं पर काफी असर होगा. उन्होंने कहा कि हालांकि, स्थिति तेजी से बदल रही है, लेकिन हमारे शुरुआती अनुमानों से मालूम होता है कि इन कदमों के साथ-साथ साल की शुरुआत से लागू किए गए उपायों के वजह से इस साल वैश्विक वस्तु व्यापार में लगभग एक फीसदी की कमी आ सकती है.
व्यापार में आ सकती है और ज्यादा गिरावट
डायरेक्टर जनरल इवेला ने ये भी कहा कि वो वस्तु व्यापार में इस गिरावट और अन्य देशों के जवाबी उपायों के साथ टैरिफ वॉर में इजाफा की आशंका को लेकर बहुत चिंतित हैं. इससे व्यापार में और भी गिरावट आएगी. उन्होंने आगे कहा कि , ‘‘ये याद रखना जरूरी है कि इन नए उपायों के बाद भी, वैश्विक व्यापार का एक बड़ा हिस्सा अब भी डब्ल्यूटीओ के एमएफएन शर्तों के साथ है.
हमारा अनुमान संकेत देता है कि ये हिस्सा मौजूदा समय में 74 फीसदी है, जो साल की शुरुआत में लगभग 80 फीसदी था. डब्ल्यूटीओ सदस्य देशों को इन लाभ की रक्षा के लिए एक साथ खड़ा होना चाहिए. इवेला मैं सदस्यों से व्यापार तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए स्थिति को जिम्मेदारी से प्रबंधित करने का आह्वान करती हूं.’’
टैरिफ नीति का बाजारों पर दिखने लगा असर
ट्रंप की नई टैरिफ नीति लागू होते ही बाजारों पर इसका प्रभाव दिखने लगा है. गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में डोनाल्ड ट्रंप के इस फैसले का जबरदस्त विरोध हुआ और निवेशकों ने भारी बिकवाली की. इस वजह से शेयर बाजार में हाहाकार मच गया. गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट की सुनामी आ गई.
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