Two-wheeler Market: इस साल भारत पड़ोसी देश चीन को पटखनी देकर दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया वाहन बाजार बन सकता है. काउंटरप्वाइंट रिसर्च के मुताबिक, मजबूत आर्थिक वृद्धि दर, कम दूरी के लिए दोपहिया ग्राहकों की पहली पसंद और शेयर मोबिलिटी स्पेस में दोपहिया वाहनों की बढ़ती डिमांड के वजह से भारत, चीन से आगे निकलकर इस साल यानी 2024 में दुनिया का सबसे बड़ा बाजार बन जाएगा.
पिछले साल दोपहिया वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर 1 प्रतिशत से भी कम की बढ़ोत्तरी हुई थी. हालांकि, इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री में तेजी से इजाफा देखने को मिल रही है. साल 2024 में बिकने वाले दोपहिया वाहनों में 25 प्रतिशत से अधिक इलेक्ट्रिक होने की संभावना है.
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की शानदार डिमांड
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि टॉप 10 इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में तीन (टीवीएस मोटर्स, ओला इलेक्ट्रिक और एथर एनर्जी) भारत से हैं, जो दिखाता है कि भारत में इलेक्ट्रिक टू व्हीलर मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. ओला और एथर ग्रीनफील्ड ‘ईवी-फर्स्ट’ टू व्हीलर वाहन कंपनी है जो कि टीवीएस, बजाज और हीरो का मुकाबला करती है. रिपोर्ट में मुताबिक, टू व्हीलर प्रीमियम सेगमेंट में एनफील्ड, हार्ले डेविडसन, यामाहा और अन्य के साथ प्रतियोगिता करने के लिए अल्ट्रावायलेट, रिवोल्ट मोटर्स, एनर्जिका मोटर, डेमन और एआरसी जैसी कंपनियां बाजार में एंट्री कर रही हैं.
टू-व्हीलर में दिखेगा बड़ा परिवर्तन
काउंटरप्वाइंट रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, ग्लोबल लेवल पर टू-व्हीलर की बिक्री में इलेक्ट्रिक की हिस्सेदारी 2030 तक 44 फीसदी की होगी. साथ ही 2030 तक दोपहिया वाहनों में सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल बढ़कर 15 प्रतिशत हो जाएगा. काउंटरप्वाइंट रिसर्च के उपाध्यक्ष और पार्टनर नील शाह ने कहा कि कार मार्केट की तरह टू-व्हीलर मार्केट में भी आने वाले समय में बदलाव देखने को मिलेगा. इसमें इलेक्ट्रिफिकेशन की महत्वपूर्ण योगदान होगा. दक्षिण पूर्व एशियाई देशों और भारत में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर के चलन में आने वाले समय में तेजी से वृद्धि देखने को मिलेगा.
ये भी पढ़ें :- US military Base Attack: सीरिया में अमेरिकी सैन्य अड्डे पर हमला, जांच में जुटी टीम