अक्टूबर 2023 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ने 10 अरब मर्चेंट ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड बनाया. यह पिछले वर्ष की तुलना में 53 प्रतिशत की बढ़ोतरी है. त्योहारों के सीजन में UPI देश में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला डिजिटल पेमेंट्स मोड बन गया. अक्टूबर में UPI ने कुल 16.5 अरब लेन-देन दर्ज किए. एनपीसीआई (NPCI) के आंकड़ों के अनुसार, सिर्फ 31 अक्टूबर को यूपीआई पर 64.4 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए. यह एक दिन में सबसे ज्यादा ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड है.
मोबाइल वॉलेट्स और कार्ड्स का प्रदर्शन
UPI के साथ-साथ क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन में भी वृद्धि हुई. अक्टूबर में क्रेडिट कार्ड (Credit Card) से 43.3 करोड़ ट्रांजैक्शन दर्ज हुए. यह पिछले वर्ष के 320 मिलियन के मुकाबले करीब 35 प्रतिशत अधिक है. दूसरी ओर, डेबिट कार्ड से लेन-देन में गिरावट देखी गई. अक्टूबर 2023 में डेबिट कार्ड ट्रांजैक्शन 14.4 करोड़ रहे, जो पिछले साल के 19.0 करोड़ से 24 प्रतिशत कम हैं. मोबाइल वॉलेट्स का उपयोग भी घटा है.
अक्टूबर में इनसे 442 मिलियन ट्रांजैक्शन हुए, जो पिछले साल के 53.3 करोड़ से 17 प्रतिशत कम हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यूपीआई की लोकप्रियता के चलते डेबिट कार्ड और मोबाइल वॉलेट्स की मांग कम हो रही है. फिनटेक कंपनी इंडियागोल्ड के सह-संस्थापक दीपक एबॉट ने कहा कि यूपीआई अब भारत का सबसे पसंदीदा पेमेंट मोड बन गया है. उन्होंने कहा, “डेबिट कार्ड अब केवल एटीएम से कैश निकालने तक सीमित हो गए हैं और मोबाइल वॉलेट्स का इस्तेमाल भी गिफ्ट कार्ड जैसे चुनिंदा मामलों में ही होता है.”
उन्होंने यह भी बताया कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बंद होने से मोबाइल वॉलेट्स की लोकप्रियता पर असर पड़ा. पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने मार्च 2024 में अपना संचालन रोक दिया था. क्रेडिट कार्ड का उपयोग मुख्य रूप से उधार आधारित खरीदारी के लिए हो रहा है. अक्टूबर 2023 तक भारत में क्रेडिट कार्ड की संख्या 10.6 करोड़ तक पहुंच गई. यह अब तक का सबसे ऊंचा आंकड़ा है. आरबीआई (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, क्रेडिट कार्ड पर बकाया राशि अक्टूबर 2023 में 2.8 लाख करोड़ रुपये थी. यह पिछले साल अक्टूबर में 2 लाख करोड़ रुपये थी.