Abbas Ansari: अब्बास अंसारी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया. अब्बास अंसारी ने याचिका में अपने पिता मुख्तार अंसारी की याद में 10 अप्रैल को होने वाले ‘फातिहा’ में शामिल होने की मांग की है.
मालूम हो कि बीते 29 मार्च को बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की तबियत खराब होने पर मौत हो गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई को आगे बढ़ा दिया है. अब ‘फातिहा’ से एक दिन पहले यानी 9 अप्रैल को मामले की सुनवाई होगी.
अधिवक्ता ने जेल में की अब्बास से मुलाकात
माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे विधायक अब्बास अंसारी के अधिवक्ता केशव मिश्रा गुरुवार को जिला जेल गए. उन्होंने वहां पर अब्बास अंसारी से मुलाकात कर हाल-चाल जाना. अधिवक्ता ने बताया कि अब्बास अंसारी पर तीन मुकदमों को छोड़ अन्य सभी में जमानत हो गई है.
इनमें चित्रकूट जेल में नियम विरुद्ध मुलाकात और गैंगस्टर के मुकदमे की जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट में डाली गई है. विधायक अब्बास अंसारी को चित्रकूट जेल प्रकरण के बाद बीते वर्ष कासगंज की जिला जेल भेज दिया गया था. तभी से वह इसी जेल में बंद हैं. मंगलवार को अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत अंसारी और भाई उमर अंसारी उनसे मिले थे.
गुरुवार को अधिवक्ता केशव मिश्रा जिला जेल पहुंचे. उन्होंने अब्बास अंसारी से बात की. उन्होंने बताया कि अब्बास अंसारी रोजा रख रहे हैं. साथ ही धार्मिक किताबों के साथ ही कानून की किताबों को भी पढ़ रहे हैं. अधिवक्ता ने बताया कि अब्बास अंसारी के खिलाफ दर्ज तीन मुकदमों में जमानत होनी हैं.
इसमें चित्रकूट जेल में पत्नी द्वारा नियम विरुद्ध मुलाकात करने और इसी मुकदमे में लगाए गए गैंगस्टर के मामले में सुप्रीम कोर्ट में जमानत पर विचार होना हैं. इसके अलावा एक मुकदमे की जमानत याचिका हाईकोर्ट में विचाराधीन हैं. तीनों मुकदमों में जमानत होते ही अब्बास अंसारी बाहर आ जाएंगे.