UP News: मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच हिंसा में मारे गए युवक राम गोपाल मिश्र के परिवार से लखनऊ में मुलाकात कर उनका हाल जानेंगे. पीड़ित परिवार स्थानीय विधायक सुरेश्वर सिंह के साथ लखनऊ पहुंच चुका है.
परिवार राम गोपाल के साथ की गई हैवानियत का विवरण रखते हुए दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है. यही मांग वह सीएम के सामने रखेंगे. मृतक की पत्नी का कहना है कि खून का बदला खून से लिया जाएगा, तभी उन्हें संतोष मिलेगा.
माहौल तनावपूर्ण, इलाके में तनाव
महसी के महराजगंज में बीते दिनों मूर्ति विसर्जन के डीजे पर बज रहे गाने को लेकर विवाद हुआ था. इस दौरान पथराव, गोलीबारी में युवक गोपाल मिश्र की मौत के बाद माहौल अब भी तनावपूर्ण है. हालांकि, मंगलवार को अभी तक कहीं से हिंसा की खबर नहीं है और पूरे इलाके में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, पीएसी, एसटीएफ के कमांडो व पुलिसकर्मी तैनात हैं.
मामले में 30 लोगों की हुई गिरफ्तारी
बहराइच हिंसा में अभी तक 30 लोगों की गिरफ्तारी कर उन्हें जेल भेजा जा चुका है. सीसी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है. उपद्रव के दौरान बनाए गए वीडियो से भी उपद्रवियों की पहचान की जा रही है. अभी भी इंटरनेट सेवाएं ठप हैं.
जाने क्या है पूरा मामला
मालूम हो कि हरदी थाना क्षेत्र के महाराजगंज बाजार में रविवार की देर शाम प्रतिमा विसर्जन के दौरान मकान से पथराव व गोलीबारी में रेहुआ मंसूर गांव निवासी 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र की मौत के बाद हालात बेकाबू हो गए थे. जिले जगह-जगह प्रतिमा विसर्जन जुलूस को रोक दिया गया था.
शहर में स्टीलगंज तालाब के पास बाइक में आग लगा दी गई थी. अस्पताल चौराहे पर कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया था. काजीकटरा में भी आगजनी का प्रयास किया गया था. मामले में देर रात हरदी थानाध्यक्ष सुरेश कुमार वर्मा व महसी चौकी प्रभारी शिवकुमार सरोज को निलंबित कर दिया गया था. सोमवार को घायल एक अन्य दिव्यांग युवक सत्यवान की मौत की अफवाह से माहौल तनावपूर्ण हो गया था.
महराजगंज इलाके में निजी अस्पताल, बाइक शोरूम, दुकान, वाहन सहित कई स्थानों पर उपद्रवियों ने आगजनी की थी. उपद्रवियों ने सधुवापुर गांव में मकान-दुकान, ट्रैक्टर, बाइक व गांव के लोगो की संपत्ति में आग लगा दी थी. नौतला गांव में तोड़फोड़ किया गया. कबड़ियनपुरवा में आगजनी का प्रयास किया गया. ग्रामीण जान बचाने के लिए घर छोड़कर भाग गए थे. घंटों पुलिस व उपद्रवियों के बीच गोरिल्ला युद्ध चलता रहा. बताया गया है कि इस उपद्रव में अब तक दो करोड़ से अधिक की संपत्ति जलकर खाक हो चुकी है.