सीतापुर: बाराबंकी से सनसनीखेज वारदात की खबर आ रही है. सीतापुर जिले से 23 दिन पहले लापता हुई एक नाबालिक दिव्यांग किशोरी की गैंगरेप के बाद बाराबंकी में हत्या कर दी गई. हत्या के बाद किशोरी के शव को एक नदी के किनारे फेंक दिया था. पुलिस के फंदे में आने पर आरोपियों ने हत्या के राज को खोला. आरोपी युवकों की निशानदेही पर सीतापुर पुलिस ने बाराबंकी नगर कोतवाली क्षेत्र में एक गांव के पास जंगल से किशोरी का शव बरामद कर लिया.
14 दिसंबर को घर के लिए निकली थी कोशीरी
जानकारी के अनुसार, बाराबंकी जिले के मोहम्मदपुरखाला थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 17 वर्षीय दिव्यांग नाबालिक किशोरी कुछ दिनों से सीतापुर जिले के महमूदाबाद में रहकर एक घर में काम करती थी. बीते 14 दिसंबर को किशोरी सीतापुर से बाराबंकी अपने घर के लिए निकली थी. परिजनों को फोन कर किशोरी ने बताया था कि वह बाराबंकी आ रही है. लेकिन आने से पहले उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया. परिवारके लोगों ने किशोरी की काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका. इसके बाद परिजनों ने सीतापुर के महमूदाबाद कोतवाली में किशोरी के लापता होने का मुकदमा दर्ज कराया था.
गिरफ्तार युवकों की निशानदेही पर पुलिस ने बरामद किया शव
सीतापुर की महमूदबाद पुलिस ने जब इस मामले में किशोरी के मोबाइल नंबरों को खंगाल तो गुमशुदा होने से पहले बाराबंकी के रहने वाले युवक का नंबर मिला. दंहेद होने पर पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया. शनिवार को महमूदाबाद पुलिस बाराबंकी नगर कोतवाली क्षेत्र में पहुंची. गिरफ्तार युवकों की निशानदेही पर पुलिस ने नगर कोतवाली क्षेत्र में मोहम्मदपुर गांव के पास जंगल से लापता किशोरी का शव बरामद कर लिया. किशोरी की गैंगरेप के बाद गला दबाकर हत्या कर दी गई थी.
दरिंदों ने 9 दिनों तक किया सामूहिक दुष्कर्म
पुलिस में फंदे में आए युवक आदित्य बाराबंकी के जहांगीराबाद और अतुल यादव मसौली थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. पुलिस की पूछताछ में दोनों ने बताया कि 14 दिसंबर को इन्ही दोनों ने किशोरी को नौकरी का झांसा देकर सीतापुर से बाराबंकी बुलाया था. दोनों किशोरी को लखनऊ लेकर गए. इसके बाद दोनों किशोरी को बाराबंकी में एक ईंट भट्ठे के निकट खाली पड़े फॉर्म ले गए. उसके बाद उन्होंने यहां पर किशोरी को 9 दिनों तक रखा और सामूहिक दुष्कर्म किया. बताया जा रहा है कि 23 दिसंबर को किशोरी ने विरोध किया और जाने लगी तो दोनों ने दुपट्टे से उसकी गला कसकर हत्या कर दी. इसके बाद शव को गांव के पास जंगल में नदी किनारे फेंक दिया था.