Bulandshahr News: बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश में खनन माफियों की दबंगई का एक मामला सामना आया है. मामला बुलंदशहर के ऊंचा गांव के खादर का है. जहां हैदराबाद की कंपनी मेसर्स सेंसशनल इनपुट्स प्राइवेट लिमिटेड को यूपी सरकार ने खनन के लिए दो पट्टे अलॉट किए हैं. लेकिन कंपनी के कर्मचारियों का आरोप है कि स्थानीय कंपनी और उसके साथ काम करने वाले कुछ दबंग लोग उन्हें यहां काम ही नहीं करने दे रहे हैं.
यही नहीं उसके आदमी सेंशेनल इनपुट्स प्रा.लिमिटेड के कर्मचारियों को लगातार डरा धमका रहे हैं. एक कर्मचारी का अपहरण भी किया गया था,जिसे बाद में धमका कर छोड़ दिया गया. ऊंचा गांव खादर में खनन का पट्टा हासिल वाली कंपनी के कर्मचारी कुंवर पाल ने जिलाधिकारी को लिखे अपने शिकायती पत्र में कहा है कि उनकी कंपनी को जिस जगह खनन का पट्टा मिला है, वहां पर गाड़ियों को निकालने के लिए कोई भी सरकारी रास्ता नहीं है. जिसके बाद कंपनी ने स्थानीय किसानों के साथ एग्रीमेंट कर निजी इस्तेमाल के लिए वहां से रास्ता निकाला और कांटा लगाया.
कर्मचारी कुंवर पाल का आरोप है कि 6 अप्रैल की देर रात करीब ढाई बजे खनन में शामिल दूसरे पट्टा धारक सतीश कुमार छीकारा ने सोची समझी साजिश के तहत अपने ट्रक ड्राइवर के जरिए गाड़ी के टक्कर मरवाकर कांटे को तुड़वा दिया गया. पुलिस ने आरोपी ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की. इसके बाद पूरा विवाद उपजिलाधिकारी के पास चला गया.
7 अप्रैल को उपजिलाधिकारी ने दूसरे पट्टा धारक को आदेश दिया कि जब तक तोड़ा गया कांटा बनवा नहीं दिया जाता वो खनन का काम नहीं करेगा. कंपनी के इस संबंध में एक शिकायती पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी लिखा है.