Ceasefire: हमास-इस्राइल के बीच हुए समझौते को लागू करने में फंसा पेच अब दूर हो गया है. हमास ने दो घंटे की देरी के बाद इस्राइल को तीन बंधकों के नाम सौंप दिए हैं. इसके साथ ही इस्राइल-हमास संघर्ष विराम समझौता लागू हो गया है. समझौता लागू करने में देरी को लेकर इस्राइल ने हमास को जिम्मेदार ठहराया. इस्राइल ने कहा कि युद्ध विराम समझौता सुबह 11:15 बजे (स्थानीय समयानुसार) लागू हो गया. वहीं, इस्राइल की ओर से गाजा में किए गए हमलों में आठ लोगों की मौत हो गई.
इस्राइल-हमास के बीच छह सप्ताह तक चलने वाले पहले चरण का संघर्ष विराम रविवार सुबह 8.30 बजे से लागू होना था. समझौता लागू करने से पहले इस्राइल की ओर से कहा गया कि जब तक हमास रिहा होने वाले बंधकों के नाम नहीं सौंप देता, तब तक संघर्ष विराम शुरू नहीं होगा. वहीं, हमास ने कहा कि तकनीकी कारणों से नाम सौंपने में देरी हो रही है. वह युद्ध विराम समझौते के लिए प्रतिबद्ध है. दो घंटे बाद हमास की ओर से तीन बंधकों के नाम इस्राइल को सौंपे गए. इसमें तीन महिलाओं के नाम शामिल हैं. इनको 7 अक्टूबर 2023 को बंधक बनाया गया था.
उधर, हमास की ओर से नाम मिलने में हो रही देरी के बीच इस्राइल ने गाजा पट्टी में हवाई हमले किए. इस हमले में आठ लोगों की मौत हो गई. दक्षिणी गाजा शहर के खान यूनिस में नासिर अस्पताल ने हमले में लोगों की मौत की पुष्टि की. इस्राइल ने कहा कि हमास ने रिहा किए जाने वाले बंधकों के नाम नहीं बताकर संघर्ष विराम की शुरुआत में देरी की. युद्धविराम शुरू होने के लगभग दो घंटे बाद हमास ने नाम सौंपे.
समझौते के तहत हमास पहले चरण में 33 बंधकों को रिहा करेगा और बदले में इस्राइल 700 फलस्तीनी कैदियों को मुक्त करेगा. इस समझौते से दोनों पक्ष अपने सबसे घातक व विनाशकारी संघर्ष को समाप्त करने के एक कदम और करीब पहुंच रहे हैं.