बांसवाड़ाः राजस्थान से बवाल की खबर आ रही है. यहां आदिवासी बाहुल्य बांसवाड़ा जिले में प्रस्तावित न्यूक्लियर पावर प्लांट के लिए विस्थापन की कार्रवाई तेज होने को लेकर हंगामा खड़ा हो गया. आज प्रभावित परिवारों ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने उनको खदेड़ने के लिए हल्का लाठीचार्ज कर दिया है. इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया. लोगों को काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस छोड़ना पड़ा. बारिश की वजह से माहौल शांत हो गया, लेकिन तनाव बना हुआ है. इससे भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है.
मिली जानकारी के मुताबिक, बांसवाड़ा जिले के छोटी सरवन क्षेत्र में 2800 मेगावाट का न्यूक्लियर पावर प्लांट लगना प्रस्तावित है. इसके लिए वहां ग्रामीणों की जमीन अवाप्त की गई है. प्लांट से प्रभावित हो रहे लोग मुआवजा देने के बावजूद भी जमीन खाली नहीं कर रहे थे. इससे आज पुलिस प्रशासन ने उनको वहां से हटाने के लिए ये सख्त कदम उठाया. लेकिन पुलिस प्रशासन की तैयारियां उस समय फेल हो गई, जब हजारों की संख्या में ग्रामीण और महिलाएं इसके विरोध में आ खड़े हुए वहां प्रदर्शन शुरू कर दिया.
हालांकि, पुलिस प्रशासन को ग्रामीणों के विरोध का अंदाजा था. इसी वजह से आज सुबह इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए तीन जिलों से भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा था. उन्होंने प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी. इसी दौरान विरोध हो गया. यह पावर प्लांट सितंबर माह में बनना शुरू होना है. इसलिए प्रशासन ने विस्थापन की प्रक्रिया को जल्द से पूरा करने के लिए यह कदम उठाया.
बारिश से थमा टकराव, तनाव बरकरार
प्रभावित लोगों को मौके से हटाने को लेकर जब विरोध शुरु हुआ तो पुलिस ने लोगों को हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग कर उनको खदेड़ने की कोशिश की. इससे भीड़ आक्रोशित हो गई और पुलिस पर पथराव शुरु कर दिया. इससे पुलिसकर्मी आक्रोशित हो गए. जवाब में पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज करने के साथ ही आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए. इससे माहौल और खराब हो गया. लेकिन इसी बीच वहां तेज बारिश शुरु हो जाने से पुलिस और ग्रामीणों में एकबारगी टकराव थम गया, लेकिन वहां तनाव व्याप्त है. हालात को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स बुला ली गई है. पुलिस और प्रशासन के आला-अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और स्थिति में नजर बनाए हुए हैं.