Delhi: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के हाथ बड़ी सफलता लगी है. उसने एक असलहा तस्कर को गिरफ्तार किया है. तस्कर के पास से मध्य प्रदेश निर्मित 20 अवैध सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद की गई है. स्पेशल सेल ने तस्करी में इस्तेमाल मोबाइल और सिमकार्ड भी जब्त किया है. बताया जा रहा है कि बरामद पिस्टल दिल्ली के बदमाशों को सप्लाई किए जाने थे. गिरफ्त में आया आरोपित मध्य प्रदेश के एक अवैध हथियार तस्कर के लिए कैरियर के तौर पर काम कर रहा था.
डीसीपी स्पेशल सेल मनोज सी के अनुसार
डीसीपी स्पेशल सेल मनोज सी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपित का नाम गंध दास डावर है. वह खकनार बुरहानपुर, मध्य प्रदेश निवासी है. स्पेशल सेल आतंकवाद, अवैध हथियार और अन्य जघन्य मामलों पर लगातार काम कर रही है. सेल के प्रयासों से कई अंतरराज्यीय हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. स्पेशल सेल की नार्दर्न रेंज लगातार एमपी से दिल्ली और एनसीआर में सक्रिय अवैध हथियार आपूर्तिकर्ताओं और उनके सहयोगियों के बारे में जानकारी जुटा रही है.
यहां हथियारों की होती थी आपूर्ति
उन्होंने बताया कि पता चला कि मध्य प्रदेश के अवैध हथियार आपूर्तिकर्ता दिल्ली-एनसीआर के अपराधियों को आपूर्ति कर रहे हैं. जिससे इस तरह के सिंडिकेट के सदस्यों की गतिविधियों पर नजर रखी जाने लगी. 6 फरवरी को सेल को सूचना मिली कि एक हथियार तस्कर द्वारकाधीश अपार्टमेंट, सेक्टर 11, रोहिणी के पास कुछ बदमाशों को हथियार आपूर्ति करने आने वाला है. एसीपी राहुल कुमार सिंह, इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक और कुलदीप सिंह की टीम ने वहां से गंध दास डावर को दबोच लिया.
मध्य प्रदेश से अवैध हथियारों की खेप लेकर आया था
वह मध्य प्रदेश से अवैध हथियारों की खेप लेकर वहां आया था. गंध दास डावर के बैग की तलाशी लेने पर उसने से 20 अवैध पिस्टल बरामद हुए. इस संबंध में स्पेशल सेल आरोपित के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामलादर्ज कर लिया. पूछताछ में आरोपी गंध दास ने बताया कि वह पिछले दो वर्ष से अवैध हथियार आपूर्ति करने के काम में लिप्त था. वह अवैध हथियार निर्माता दयाल के लिए कैरियर का काम करता था.
दिल्ली-एनसीआर में बदमाशों को करता था हथियारों की आपूर्ति
दयाल के निर्देश पर वह एमपी से हथियार लाकर दिल्ली-एनसीआर में बदमाशों को हथियारों की आपूर्ति करता था. दयाल से उसे प्रति पिस्टल 1000 रुपए कमीशन मिलता था. बाजार में एक सेमी आटोमैटिक पिस्टल की कीमत 25 से 30 हजार रुपए है. घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह गलत संगत के आकर 2022 से दयाल के लिए वाहक के रूप में काम करने लगा था.