राजस्थानः हे ईश्वर किसी को इतनी भी पीड़ा न दीजिए कि वह सहन न कर पाए. किसी के घर अगर किसी एक व्यक्ति की आकस्मिक मौत हो जाती है तो परिवार के लोगों का कलेजा फट जाता है, यहां तो तूने एक साथ 12 लोगों की जिंदगियां छीन लीं. परिवार में बचे लोगों को इस मुसीबत में डाल दिया कि कौन किसे कंधा देगा. खुशी के बीच दबे पांव जो काल आई, उसे यह परिवार ताउम्र नहीं भुला पाएगा. दुखी मन से कुछ इसी तरह की बातें कर रहे हैं लोग राजस्थान के धौलपुर में हुए सड़क हादसे में एक ही परिवार के 12 लोगों की मौत की घटना को लेकर.
यह तो सच है कि जो जन्म लेता है, उसकी मृत्यु भी एक न एक दिन तय है, लेकिन किस रूप और किस परिस्थिति में उन्हें दुनिया छोडऩा है, इससे हर कोई अंजान होता है. कुछ ऐसा ही हुआ नहनू के परिवार के साथ. बाड़ी शहर के गुमट मोहल्ला निवासी नहनू पुत्र गफूर खान का परिवार सरमथुरा थाना क्षेत्र के बरौली गांव में अपने परिवार के साथ एक भात कार्यक्रम (शादी समारोह की रस्म) में शामिल होने के लिए गया था.
शनिवार की देर रात सभी टेंपो में सवार होकर अपने घर लौट रहे थे, इसी दौरान धौलपुर जिले के बाड़ी सदर थाना क्षेत्र में एनएच 11बी पर सुनिपुर गांव के पास धौलपुर से जयपुर जा रही तेज रफ्तार स्लीपर कोच बस ने सामने से टेंपो को टक्कर मार दी. घटना के बाद मौके पर लोगों की चींख-पुकार मच गई. इस हादसे में आठ बच्चों और महिलाओं सहित 12 लोगों की मौत हो गई.
हादसे की खबर मिलते ही एक तरफ जहां रिश्तेदार के घर शादी की खुशियां मातम में बदल गई, वहीं गांववासी शोक के सागर में डूब गए. हर किसी की आंखों के सामने परिवार के उन लोगों का चेहरा नांचने लगा, जो इस हादसे में हमेशा-हमेशा के लिए इस दुनिया से विदा हो गए. परिवार में जो लोग बचे है, उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं.
इस दर्दनाक घटना से हर कोई दुखी है और ऊपर वाले की लीला की दुहाई देते हुए कह रहा है कि हे ईश्वर किसी को इतनी भी पीड़ा न दीजिए कि वह सहन न कर पाए. किसी के घर एक व्यक्ति की मौत होती है, तो उसे परिवार के लोग सहन नहीं कर पाते हैं, यहां तो परिवार के 12 लोग काल के गाल में समा गए. ऊपर वाले आपने इस परिवार को ऐसा जख्म दे दिया, जो शायद ताउम्र नहीं भरेगा.
हादसे में इन लोगों की हुई मौत, ये लोग हैं घायल
इस हादसे में मृत लोगों में इरफान उर्फ बंटी (38 वर्ष), जूली पत्नी इरफान (34) इनके बच्चे आसमा (14), सलमान (8) और साकिर (6), इरफान के भाई आसिफ के बेटे सानिफ (9) और अजान (5), जरीना (35) पत्नी नहनू, उनकी बेटियां आसियाना (10) और सूफी (7) के अलावा परवीन (32) पत्नी जहीर खान और उनके 10 साल के बेटे दानिश शामिल हैं. जबकि घायल 37 वर्षीय धर्मेंद्र पुत्र मलखान और 11 वर्षीय साजिद पुत्र आशिक का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.