UP News: यूपी के अमरोहा से सनसनीखेज घटना की खबर आ रही है. यहां शुक्रवार की रात कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कटरा गुलाम अली में अज्ञात बदमाशों ने धारदार हथियार से गला रेतकर पिता और पुत्री का कत्ल कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस शवों को कब्जे में लेकर घटना की जांच में जुट गई.
बेटी सृष्टि के साथ सो रहे थे पिता योगेश चंद अग्रवाल
जानकारी के अनुसार, मोहल्ला कटरा गुलाम अली निवासी सराफ योगेश चंद अग्रवाल (67 वर्ष) अपनी बेटी सृष्टि (27 वर्ष) के साथ शुक्रवार की रात मकान में सोए थे. उनका बेटा और बहू मकान के दूसरे हिस्से में सो रहे थे. रात में किसी समय अज्ञात लोगों ने योगेश चंद अग्रवाल और उनकी बेटी सृष्टि की धारदार हथियार से लगा रेतकर हत्या कर दिया. इसके बाद पिता-पुत्री के चेहरे को कपड़ा से ढककर फरार हो गए.
शनिवार की सुबह हुई घटना की जानकारी
शनिवार की सुबह करीब 6 बजे सराफ योगेश चंद्र अग्रवाल के साथी राजनिकेतन, सतीश अरोड़ा, अतुल गुप्ता और विनीत चावला उनकी घर की छत पर टेबल टेनिस खेलने पहुंचे. तभी घटना की जानकारी हुई. लोगों ने तत्काल घटना की सूचना सूचना पुलिस को दी. कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई.
फर्श पर पड़े थे पिता-पुत्री के शव, कपड़े में लगा था खून
जांच-पड़ताल में पुलिस जुटी तो देखा कि पिता-पुत्री के शव घर में फर्श पर पड़े थे. दोनों के कपड़ों से खून लगा हुआ था. घर के भीतर सेफ-अलमारी में रखा सामान बिखरा था. फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट की टीम ने साक्ष्य जुटाए. डीआईजी और एसपी ने घटनास्थल का मुआयना करते हुए संबंधितों से जानकारी ली.
उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष थे सराफ योगेश चंद
बताया जा रहा है कि सराफ योगेश चंद अग्रवाल उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष और सेवा भारती संस्था के नगर अध्यक्ष थे. वह समाजसेवा से जुड़े कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे. उनकी पत्नी की कई वर्ष पहले ही निधन हो गया था. परिवार में बेटा इशांक अग्रवाल, बेटी सृष्टि और बहू मानसी अग्रवाल हैं.
बेटा इशांक अग्रवाल दिल्ली में गत्ता फैक्टरी चलाते हैं. जबकि बहु मानसी अग्रवाल अपने बेटे के साथ घर पर रहती हैं. बृहस्पतिवार इशांक अग्रवाल भी घर आए हुए थे. परिवार में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था. घटना को लेकर लोग तरह-तरह का कयास लगा रहे हैं.
मामले की जांच में जुटी पांच टीमें
एसपी कुंवर अनुपम सिंह सहित अन्य आला-अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की. हत्या क्यों और किस लिए की गई, ये अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। फिलहाल एसओजी, सर्विलेंस सहित पांच टीमें मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है.