ED Charge Sheet on PFI: पीएफआई को लेकर ईडी ने किए कई बड़े खुलासे, विदेशी सदस्यों का डेटा बरामद

Shivam
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ED Charge Sheet on PFI: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी चार्जशीट में कहा कि जांच से पता चला है कि भाजपा, आरएसएस के लोगों पर पीएफआई ने हमला करने वाले अपने कार्यकर्ताओं को “रिपोर्टर” के नाम की उपाधि दी थी. प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि अपराध से अर्जित पैसे का इस्तेमाल युद्ध प्रशिक्षण देने के लिए किया जा रहा था, जो लोगों की जान ले सकता था. ईडी ने PFI के खिलाफ दायर अपने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में आरोप लगाया है कि PFI ने अपने लोगों को दुश्मनों की पहचान करने और उन्हें शारीरिक नुकसान पहुंचाने का काम सौंपा था. इस काम को अंजाम देने वालों को “रिपोर्टर” कहा जाता था. पीएफआई ने भाजपा और आरएसएस को अपना दुश्मन बताया और उनके खिलाफ हमले करने की साजिश रची.

ईडी ने पीएफआई सदस्य के खिलाफ दायर की 12 सप्लीमेंट्री चार्जशीट

प्रवर्तन निदेशालय ने कथित 120 करोड़ रुपये के पीएमएलए मामले में 12 पीएफआई सदस्यों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर किया. प्रवर्तन निदेशालय ने कहा है कि 120 करोड़ में से 60 करोड़ सीधे PFI के खाते में आए. PFI ने इसे शुद्ध रूप से अपराध की कमाई बताया है. वहीं ईडी ने आरोप लगाया कि अपराध से प्राप्त आय का इस्तेमाल PFI द्वारा अवैध गतिविधियों में किया जा रहा है. ईडी ने चार्जशीट में दावा किया कि हिंसक अपराधों के आरोपी पीएफआई कार्यकर्ताओं को आवास और शादी की योजनाओं की आड़ में भुगतान प्रदान किया गया था.

चार्जशीट में किया गया ये दावा

ईडी ने अपने चार्जशीट में यह दावा भी किया कि PFI, शारीरिक प्रशिक्षण की आड़ में, अपने सदस्यों को युद्ध प्रशिक्षण प्रदान कर रहा था जो लोगों को मारने की दिशा में काम करने की साजिश रच रहा था. ईडी ने चार्जशीट में कहा है PFI सदस्य इस प्रशिक्षण का उपयोग विभिन्न गम्भीर अपराधों को अंजाम देने के लिए कर रहे हैं. हालांकि, ईडी मुख्य रूप से PMLA की धारा पर काम करता है, लेकिन उसने स्पष्ट रूप से कहा है कि अपराध की आय की मदद से, PFI अपने सदस्यों को चाकू के उपयोग जैसे प्रशिक्षण प्रदान कर रहा था, जो लोगों को मार सकता था.

PFI राष्ट्रीय महासचिव का बयान

पीएफआई ने विदेश में अपनी मौजूदगी से स्पष्ट रूप से इनकार किया. हालांकि, ईडी को कुछ और ही संकेत देने वाले सबूत मिले हैं. ईडी ने कहा, PFI राष्ट्रीय महासचिव अनीस अहमद ने कहा था कि पीएफआई केवल भारत में संचालित होता है. हालांकि, ईडी द्वारा जब्त किए गए डिजिटल डेटा से पता चला कि पीएफआई के खाड़ी देशों में हजारों सक्रिय सदस्य थे, और वे सभी सुव्यवस्थित और संरचित तरीके से धन इकट्ठा कर रहे थे.

विदेशी सदस्यों का डेटा बरामद

प्रवर्तन निदेशालय ने दावा किया है कि उसने PFI के विदेशी सदस्यों का डेटा बरामद किया है, जिनकी संख्या 14,428 तक है. प्रवर्तन निदेशालय ने कहा, हमने यूनिटी हाउस, कोझिकोड से जब्त की गई हार्ड डिस्क से एक दस्तावेज बरामद किया. इससे पता चला कि पीएफआई के जेद्दा, रियाद, दम्मम, यूएई, कतर, बहरीन, कुवैत, ओमान और एशिया के अन्य क्षेत्रों में सदस्य हैं. PFI ने हाल ही में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है जिसपर पटियाला हाउस कोर्ट ने सज्ञान भी ले लिया है.

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