जम्मू-कश्मीरः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कश्मीर दौरे से एक दिन पहले सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. सुरक्षाबलों ने उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के सोपोर के राफियाबाद क्षेत्र में हुए मुठभेड़ में दो पाकिस्तानी आतंकियों को ढेर कर दिया. इस मुठभेड़ में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना का एक जवान भी घायल हुआ है. मारा गया आतंकी उस्मान आईईडी लगाने में एक्सपर्ट था. आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं. बताया जा रहा है कि दोनों आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े हुए थे.
कमांडर ब्रिगेडियर दीपक मोहन ने बताया
7 सेक्टर राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडर ब्रिगेडियर दीपक मोहन ने राफियाबाद में संवाददाताओं से कहा, ‘मारे गए आतंकवादियों की पहचान उस्मान और उमर के रूप में हुई है, जो पाकिस्तान मूल के थे और लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े थे.’ ब्रिगेडियर ने बताया कि उस्मान 2020 से कश्मीर घाटी में सक्रिय था. सेना अधिकारी ने कहा कि ऑपरेशन के बाद काफी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है. उन्होंने कहा कि इस सफलता का श्रेय कश्मीरी लोगों को भी जाता है. सुरक्षा बल कश्मीर में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास करते रहेंगे.
दो शैक्षणिक संस्थान बंद कराए
प्रशासन ने एहतिहातन हादीपोरा गांव में मुठभेड़ शुरू होने से पहले छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकारी डिग्री कॉलेज हादीपोरा और पनाश संस्थान को बंद करवा दिया था.
मारा गया था दस लाख का इनामी लश्कर आतंकी
मालूम हो कि बीते सोमवार को सुरक्षाबलों ने उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा के आरागाम में लश्कर-ए-ताइबा के एक ए श्रेणी के आतंकी उमर अकबर लोन को मार गिराया था. वह बारामुला जिले के वस्सन पट्टन का रहने वाला था और उस पर दस लाख रुपये इनाम घोषित था.
सुरक्षाबलों से मिशन मोड में काम करने के गृह मंत्री ने दिए थे निर्देश
जम्मू संभाग में 9 से 11 जून के बीच हुए 4 आतंकी हमलों के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 14 व 16 जून को दिल्ली में जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य पर एक समीक्षा बैठक की थी. इन बैठकों में गृह मंत्री ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को मिशन मोड में काम करने और समन्वित तरीके से त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने का निर्देश दिए थे. मालूम हो कि रियासी, कठुआ और डोडा में चार जगहों पर हुए आतंकी हमलों में नौ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी, जबकि एक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का जवान बलिदान हो गया था. इसके आलावा एक नागरिक और कम से कम 7 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे.