ED ने बंगाल के मंत्री और TMC नेताओं के ठिकानों पर की छापेमारी, नौकरी घोटाला मामले में की कार्रवाई

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

West Bengal: नगरपालिका नौकरी घोटाला मामले के सिलसिले में ईडी (ED) की एक टीम ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में विभिन्न स्थानों की तलाशी ली, जो कथित तौर पर 2014 और 2018 के बीच कई नागरिक निकायों में हुआ था. ईडी ने नगर निकायों में भर्तियों में अनियमितता मामले की जांच को लेकर शुक्रवार की सुबह पश्चिम बंगाल के फायर सर्विस मंत्री सुजीत बोस, तृणमूल कांग्रेस विधायक तापस रॉय  और उत्तरी दमदम नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष सुबोध चक्रवर्ती के ठिकानों पर छापे मारे.

वहीं एक अधिकारी ने बताया, ईडी के अधिकारियों ने केंद्रीय बलों के साथ शुक्रवार की सुबह उत्तर 24 परगना जिले के लेक टाउन इलाके में बोस के दो आवासों पर छापेमारी की. अधिकारी के मुताबिक, केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने तापस रॉय के ‘बीबी गांगुली स्ट्रीट’ स्थित आवास और बिराती स्थित चक्रवर्ती के आवास पर भी छापे मारे. अधिकारी ने पीटीआई को बताया, “हम नगर निकायों में भर्तियों को लेक टीएमसी के तीन नेताओं के आवासों पर तलाश अभियान चला रहे हैं.

“अप्रैल 2023 में कलकत्ता हाई कोर्ट ने नगर पालिकाओं की भर्ती में अनियमितताओं की जांच करने का निर्देश केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को दिया था. दोनों जांच एजेंसियां ईडी औऱ सीबीआई नागरिक निकायों द्वारा की गई भर्तियों में अनियमितताओं की जांच कर रही हैं. सीबीआई ने 7 जून, 2023 को 16 स्थानों पर छापेमारी की. इस दौरान नादिया, हुगली और उत्तरी 24 परगना जिलों और साल्ट लेक नगर पालिका में कई नागरिक निकायों से दस्तावेज जब्त किए. बाद में अगस्त 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सीबीआई जांच को चुनौती देने वाली पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका खारिज कर दी थी. ईडी ने भर्ती मामले में 5 अक्टूबर को खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रथिन घोष के आवास सहित कई स्थानों की तलाशी ली थी.

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