Gaza: हमास ने इस्राइल के साथ युद्धविराम समझौते के तहत दक्षिणी गाजा पट्टी में दो बंधकों को रेड क्रॉस को सौंप दिया. इस वर्ष की शुरुआत में 19 जनवरी से शुरू हुए इस युद्ध विराम का उद्देश्य इस्राइल और हमास के बीच घातक और विनाशकारी संघर्ष को समाप्त करना है. मालूम हो कि इस्राइल और हमास के बीच युद्धविराम का पहला चरण मार्च की शुरुआत तक चलेगा, जिसमें हमास इस्राइल के 33 बंधकों को रिहा करेगा. इसके बदले में इस्राइल करीब दो हजार फलस्तीनी कैदियों को रिहा करने के लिए राजी हुआ है.
इस युद्धविराम के दौरान पहले तीन बंधकों को रिहा किया गया था, जिसके बदले में इस्राइल की तरफ से पकड़े गए 90 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया था. इसके बाद हमास ने आठ बंधकों को रिहा किया, जिसमें तीन इस्राइली और पांच थाईलैंड के नागरिक शामिल हैं. बदले में इस्राइल ने भी 110 फलस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया.
मालूम हो कि 7 अक्तूबर 2023 को हमास ने इस्राइल पर हमला किया था. इस हमले में करीब 1,200 इस्राइली नागरिक मारे गए थे. करीब ढाई सौ लोगों को हमास ने बंधक बना लिया था. इसके बाद इन्हें गाजा ले जाया गया था. इसके जवाब में इस्राइल ने गाजा पट्टी पर हमले शुरू किए. इस्राइली हमलों में 46,000 से ज्यादा नागरिक मारे जा चुके हैं. इस युद्ध की वजह से गाजा पट्टी की 90 फीसदी आबादी को विस्थापन का सामना करना पड़ा है.
वहीं, लोगों के सामने भुखमरी का संकट भी खड़ा हो गया. इस्राइल द्वारा रिहा किए जाने वाले कैदियों में से कई ऐसे हैं, जो आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं. इस्राइल के करीब 90 बंधक अभी भी हमास की कैद में हैं. हालांकि, ऐसा माना जा रहा है कि इनमें से एक तिहाई की मौत हो चुकी है.