न्यूयॉर्कः पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वकील ब्लैंच और बोव ने हश मनी केस में बहस के दौरान जज से आग्रह किया है कि जब उनके मुव्वकिल ट्रंप को दोषी ठहराया गया है, तो उन पर से गैग आदेश को हटा लिया जाए, क्योंकि उनके विरोधी ट्रंप के भाषण पर लगे प्रतिबंध का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं. ट्रंप के अधिवक्ता ने आगे कहा कि ये आदेश 27 मई को होने वाले राष्ट्रपति डिबेट के दौरान जो बाइडन के आरोपों के जवाब देने के दौरान ट्रंप की योग्यताओं को बाधित भी कर सकता है. गैग ऑर्डर की बात करें तो, ये किसी संवेदनशील मामले पर सार्वजनिक चर्चा के खिलाफ एक समान गैर-न्यायिक प्रतिबंध है.
मालूम हो कि मैनहट्टन ज्यूरी ने 30 मई को ट्रंप को 34 मामलों में दोषी पाया था. जिसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने पूर्व वकील माइकल कोहेन के जरिए 2016 में चुनाव से पहले एडल्ट फिल्म स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को एक सेक्स स्कैंडल के मामले में चुप रहने के लिए 130 हजार डॉलर का भुगतान किया था. जिस मामले में उनका ये तर्क था कि ये शारीरिक संबंध करीब एक दशक पहले बनाए गए थे. ये केस किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ पहला आपराधिक मामला है, चाहे वो अमेरिकी राष्ट्रपति वर्तमान का हो या भूतपूर्व हो. जबकि एक सुनवाई के दौरान ट्रंप ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने डेनियल्स के साथ कोई शारीरिक संबंध नहीं बनाए थे और 11 जुलाई को सजा सुनाए जाने के बाद इस आदेश के खिलाफ अपील करने की कमस भी खाई है.
क्या है हश मनी केस?
हश मनी केस में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ 34 केस चल रहे हैं. दरअसल ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने 2016 में एक सेक्स स्कैंडल से बचने के लिए एडल्ट स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसों का भुगतान किया था. मालूम हो कि डोनाल्ड ट्रंप उस वक्त रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की दावेदारी कर रहे थे और ट्रंप को डर था कि अगर ये स्कैंडल सामने आ गया तो, उनकी दावेदारी पर खराब असर पड़ सकता है.