तेहरानः एक ईरानी शख्स को सार्वजनिक रूप से फांसी दी गई. यह शख्स कई महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने का दोषी था. सुप्रीम कोर्ट द्वारा अक्टूबर में मोहम्मद अली सलामत की मौत की सजा की पुष्टि किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया. उसे मंगलवार सुबह हमीदान में मौत की सजा दी गई.
फार्मेसी और जिम चलाने वाले 43 साल के सलामत पर 200 महिलाओं ने रेप का आरोप लगाया था. ऐसा कहा जाता है कि उसने पिछले 20 वर्षों में ये अपराध किए थे.
कई महिलाओं के साथ किया था दुष्कर्म
ईरानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कई मामलों में सलामत ने महिलाओं को शादी का प्रस्ताव देने, डेट करने के बाद उससे दुष्कर्म किया था. उसने कथित तौर पर कुछ लोगों को गर्भपात की गोलियां उपलब्ध कराई थीं, जो ईरान में अवैध हैं.
जनवरी में उसे गिरफ्तार किया गया था. उसकी गिरफ्तारी के बाद सैकड़ों लोग न्याय विभाग में एकत्र हुए और उसके के लिए मृत्युदंड की मांग करने लगे. ईरान में दुष्कर्म और व्यभिचार मौत की सजा वाले अपराधों में से हैं.
2005 में ईरान ने 20 बच्चों के साथ दुष्कर्म करने और उनकी हत्या करने वाले 24 वर्षीय व्यक्ति को सार्वजनिक रूप से फांसी पर लटका दिया था. 1997 में अधिकारियों ने तेहरान में नौ लड़कियों और महिलाओं के अपहरण, दुष्कर्म और हत्या के लिए 28 वर्षीय एक व्यक्ति को फांसी दे दी थी. संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने सितंबर में कहा था कि ईरान फांसी देने वाले दुनिया के शीर्ष देशों में से एक है.