Jaipur News: शरारती तत्वों के निशान पर अब नोएडा के बाद जयपुर आ गया है. जयपुर के कई बड़े स्कूलों को भरे ई-मेल भेजकर बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. जयपुर में बम धमाकों की बरसी पर मिले इन ईमेल से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है. बम निरोधक दस्ते सक्रिय हो गए हैं. स्कूलों में खाली कराकर तलाशी अभियान शुरू किया गया है.
खाली कराए गए स्कूल
जिन स्कूलों को ईमेल मिले हैं, वहां पुलिस टीमें पहुंच गई हैं. खोजी श्वान दल के साथ पहुंचे बम निरोधक दस्ते ने स्कूल खाली करवाए और जांच में जुट गई है. जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा कि अब तक चार बड़े स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने की सूचना है. बम निरोधक दस्ते के साथ पुलिस टीमें स्कूलों में पहुंच गई हैं.
छात्रों और स्टाफ सदस्यों को स्कूल से बाहर निकालकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है. ई-मेल भेजने वाले की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं, डीसीपी ईस्ट कवियेंद्र सागर ने बताया कि विद्याश्रम, माहेश्वरी पब्लिक स्कूल के मोती डूंगरी और मालपुर ब्रांच के साथ ही माणक चौक स्थित सेंट टेरेसा स्कूल को ई-मेल के जरिए यह धमकियां मिली थी. इसके बाद स्कूलों में तत्काल पहुंचकर जांच शुरू कर दी गई है. अब तक कोई बम नहीं मिला है. बम निरोधक दस्ते मौके पर मौजूद हैं. स्कूलों को खाली करवा दिया गया है.
नोएडा के स्कूलों मिली थी धमकी
इससे पहले करीब दो सप्ताह पहले ईमेल के माध्यम से नोएडा के स्कूलों को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. इसके बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया था. स्कूलों को खाली कराया गया था. तलाशी के दौरान हालांकि, किसी भी स्कूल में बम नहीं मिला था.
जयपुर में 13 मई 2008 को आठ जगह हुए थे धमाके
13 मई 2008 को जयपुर के परकोटे में आठ जगह सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे. इन धमाकों में 73 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 185 घायल हुए थे. इस मामले में कोर्ट ने बम धमाकों के दोषियों को 20 दिसंबर 2019 को फांसी की सजा सुनाई थी. 24 गवाह बचाव पक्ष ने पेश किए थे, जबकि सरकार की तरफ से 1270 गवाह पेश हुए थे. सरकार की ओर से अधिवक्ताओं ने 800 पेज की बहस की थी. कोर्ट ने 2500 पेज का फैसला सुनाया था. हालांकि, पिछले वर्ष इन सभी दोषियों को राजस्थान हाईकोर्ट ने बरी कर दिया था.