Jammu: पुलिस और सुरक्षाबलों ने जम्मू की तहसील अखनूर में चिनाब नदी के पास गुडा पाटन गांव में संदिग्ध देखे जाने के बाद शुक्रवार की सुबह से तलाशी अभियान चलाया. यहां बिगडे़ मौसम के बीच पुलिस और सेना की टीमों ने इलाके की घेराबंदी कर ऑपरेशन शुरू किया. अलग-अलग जगह जाकर जवानों ने खोजबीन की.
उधर, कठुआ, उधमपुर के पहाड़ी क्षेत्र में भी आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चल रहा है. शुक्रवार को तेज हवाओं के साथ बारिश का क्रम जारी है. खराब मौसम सुरक्षाबलों के लिए चुनौती बना हुआ है. इसी बीच पहाड़ और जंगल खंगाले जा रहे हैं.
मालूम हो कि इससे पहले गुरुवार को कठुआ में उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई थी. इसमें तय किया गया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा ग्रिड मजबूत होगी. इसे लेकर पंजाब, जम्मू-कश्मीर पुलिस, बीएसएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने बैठक कर मंथन किया.
बैठक में आतंकी हमलों पर मंथन के लिए सुरक्षा एजेंसियों का अमला जमा हुआ. सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ रोकने पर तीन अहम फैसले लिए गए. इसमें दोनों राज्यों के बॉर्डर के साथ लगते नदी नालों की नए सिरे निगरानी, बॉर्डर पर सुरंगें खोजने की विशेष मुहिम चलाने और दोनों राज्यों की पुलिस और बीएसएफ के बीच संयुक्त खुफिया तंत्र का गठन शामिल है.
कठुआ पुलिस लाइन में तीन घंटे चली बैठक में बीएसएफ के विशेष डीजीपी पश्चिमी कमान वाई बी खुरानिया, पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव और जम्मू पुलिस के डीजीपी आर आर स्वैन मुख्य रूप से शामिल हुए. बैठक में चर्चा हुई कि ऐसी सूचना है कि पिछले दिनों पंजाब के गुरदासपुर सीमा पर नदी से और जम्मू के कठुआ सांबा सीमा पर सुरंग के जरिए घुसपैठ की गई है. इन दोनों खामियों को घुसपैठ के पीछे का कारण बताया जा रहा है. इसे रोकने के लिए नए सिरे से रणनीति बनाने का फैसला किया गया. बीएसएफ और पुलिस मिलकर इस पर रोक लगाने के लिए विशेषज्ञों की मदद से रणनीति बनाएंगे. सीमा पर चौकसी बढ़ाने का निर्णय लिया गया.