झांसी मेडिकल कॉलेज आग: जिंदगी और मौत से जूझ रहे 16 नवजात, मेडिकल कॉलेज पहुंचे डिप्टी CM

Ved Prakash Sharma
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

झांसीः शुक्रवार की रात महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में बने एनआईसीयू में लगी आग 10 नवजातों की जिंदगी निगल गई, जबकि 16 बच्चे जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. इन मासूमों की सलामती के लिए परिवार के लोगों सहित अन्य लोग ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं. शनिवार को तड़के डिप्टी सीएम मेजिकल कालेज पहुंचे घटना के संबंध में जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) झांसी सुधा सिंह ने कहा कि इस घटना में घायल हुए अन्य 16 बच्चों का उपचार चल रहा है. घटना के समय एनआईसीयू में 50 से ज्यादा बच्चे भर्ती थे.

निकटवर्ती महोबा जिले के रहने वाले एक दंपती को अपने नवजात बच्चे की मृत्यु से सदमा लगा है. मां ने पत्रकारों को बताया कि बच्चे का जन्म 13 नवंबर को सुबह 8 बजे हुआ था. गमगीन मां ने कहा कि मेरे बच्चे की आग में जान चली गई.

प्रारम्भिक जांच में यह सामने आया है कि आग ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग होने के चलते लगी थी. उधर, शनिवार को तड़के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मेडिकल कॉलेज पहुंचे और घटना की जानकारी ली. मृत नवजात के परिजनों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है. साथ ही तीन कमेटियां गठित कर उनसे पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है.

डिप्टी CMब्रजेश पाठक ने कहा, सरकार परिवारों के साथ
डिप्टी सीएम ने कहा कि हर हाल में घटना के कारणों को तथ्यात्मक रूप से सामने लाया जाएगा. किन कारणों से और कैसे घटना हुई, किसकी लापरवाही रही, यह सारी बातें सामने लाई जाएंगी. मृत व घायल बच्चों के परिजनों के साथ सरकार खड़ी है. निर्देशित किया गया है कि सभी घायलों को गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य व चिकित्सीय सेवाएं दी जाएं.

 

सभी कारणों को लाएंगे सामनेः डिप्टी सीएम
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि जैसे ही उन्हें जानकारी मिली, वह जिला व मेडिकल कॉलेज प्रशासन के संपर्क में हैं. उन्होंने बताया कि उनके साथ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रमुख सचिव भी आए हैं. घटना के हर पहलू का पता लगाया जाएगा. हर स्थिति में घटना के कारणों को साफ किया जाएगा. यदि लापरवाही है तो और यदि दुर्घटना है तो, सारे कारणों को सामने लाया जाएगा.

उन्होंने मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों, स्टाफ व पैरा मेडिकल कॉलेज स्टाफ की बहादुरी को सराहते हुए कहा कि सभी ने आग से घिरते हुए मेहनत कर बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला.

मीडिया से बातचीत करते हुए डीप्टी सीएम ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए तीन कमेटी बनाई गई हैं. पहली जांच शासन स्तर पर स्वास्थ्य विभाग करेगा. इसमें फायर ब्रिगेड के अधिकारी भी शामिल होंगे. दूसरी जांच जिला स्तर पर प्रशासन कराएगा. तीसरी मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने डीआईजी व कमिश्नर से पूरी घटना की प्रारम्भिक जांच रिपोर्ट 12 घंटे में अलग से मांगी है, ताकि आगे के कदम उठाए जा सकें.

प्रारम्भिक जांच शुरू, 24 घंटे में आएगी रिपोर्ट
डिप्टी सीएम ने बताया कि घटना की प्रारम्भिक जांच शुरू कर दी गई है. इसकी रिपोर्ट 24 घंटे में आ जाएगी. उसके बाद मजिस्ट्रियल रिपोर्ट आएगी. जैसे ही रिपोर्ट मिलेगी, हम कार्रवाई करेंगे. किसी को बख्शा नहीं जाएगा.

सीएम योगी ने की आर्थिक सहायता का घोषणा
सीएम योगी ने मृत बच्चों के परिजनों को तत्काल 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने की घोषणा की है. साथ ही जो बच्चे इस घटना में झुलस गए हैं, उनके समुचित उपचार की व्यवस्था करने एवं उनके परिजनों को 50-50 हजार रुपए आर्थिक मदद देने की घोषणा भी की है.

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