Jharkhand: बोकारो में हाथियों का हमला, एक पुरुष की मौत, दो महिलाएं घायल

Ved Prakash Sharma
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Jharkhand News: झारखंड में हाथियों की आतंक व्याप्त है. रविवार को बोकारो के गोमिया प्रखंड क्षेत्र में एक बार फिर से हाथियों ने कहर बरपाया है। आज सुबह कई क्षेत्रों में हाथियों के झुंड ने कई लोगों पर हमला किया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई. जबकि दो महिलाएं घायल हो गई, जिसमें एक की हालत नाजुक बनी हुई है. अस्पताल में उपचार न मिलने पर वन विभाग की लापरवाही को लेकर आक्रोशि ग्रामीणों ने हंगामा किया.

हाथियों के हमले में इनकी हुई मौत और ये लोग हुए घायल
जानकारी के अनुसार, कोदवाटांड़ पंचायत के बंगलाटांड़ टोला क्षेत्र में सानू मुर्मू उर्फ बहरा (64) सुबह टहल रहे थे. इसी दौरान हाथियों के झुंड ने उन्हें घेर लिया और हमला कर दिया. पटक-पटककर उनकी जान ले ली. वहीं, तुलबुल पंचायत के चेलियाटांड़ निवासी अशोक किस्कू (प्रवासी मजदूर) की पत्नी सुहानी हेंब्रम (24) और ललपनिया पंचायत के बैंक मोड़ निवासी भीम तुरी की पत्नी मंजरी देवी (60) को भी जंगली हाथियों पटककर गंभीर रूप से घायल कर दिया.

तत्काल वन विभाग की मदद से घायल को गोमिया सीएचसी में भर्ती कराया गया, लेकिन चिकित्सकों ने वहां प्राथमिक इलाज करने के बाद उन्हें बोकारो रेफर कर दिया. स्वजनों ने बताया कि सुहानी की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है.

घायल ललपनिया पंचायत के बैंक मोड़ निवासी भीम तुरी की पत्नी मंजरी देवी (60) को भी टीटीपीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन यहां कोई भी चिकित्सक नहीं था, जिस कारण उसे इलाज के लिए दूसरे जगह ले जाना पड़ा.

उसके पति भीम तुरी ने बताया कि वह शनिवार शाम टीटीपीएस मेन गेट के समीप जंगल में लकड़ी इकट्ठा कर के रखी थी। रविवार सुबह वह अन्य महिलाओं के साथ लकड़ी लाने गई थी. तभी झुंड से बिछड़े एक हाथी ने उसपर हमला कर दिया और पटक दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई.

आक्रोशित ग्रामीणों ने टीटीपीएस अस्पताल में किया हंगामा
इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया. लोगों ने टीटीपीएस अस्पताल में इलाज नहीं होने और डाक्टर नहीं रहने पर जमकर हंगामा किया और गोमिया-ललपनिया सड़क को जाम कर दिया. इस दौरान टायर जलाते हुए जमकर नारेबाजी भी की. लोगों ने अस्पताल के मेन गेट पर ताला लगा दिया और महिलाएं अस्पताल के गेट के बाहर बैठ गई.

ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग भी हाथियों को भगाने और लोगों की रक्षा करने में पूरी तरह से विफल है. पिछले कई माह से हाथियों का आतंक व्याप्त है. उनके द्वारा लगातार लोगों पर हमला की घटना हो रही है, लेकिन कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई.

उधर, सूचना के दो घंटे बाद वहां पहुंचे सीआइएसएफ के जवानों और स्थानीय ललपनिया ओपी पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे. आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर अस्पताल का ताला खुलवाने के साथ ही सड़क जाम समाप्त कराया.

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