Kisan Andolan: डल्लेवाल अनशन तोड़ने को तैयार नहीं, गृह मंत्रालय के निदेशक ने ली मांगों की सूची

Ved Prakash Sharma
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Kisan Andolan: किसानों के आंदोलन को लेकर हरियाणा-पंजाब की सीमा पर खनौरी और शंभू बॉर्डर पर तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है. खनौरी बॉर्डर पर पिछले 20 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल अनशन तोड़ने को तैयार नहीं हैं. वहीं, शंभू बॉर्डर पर किसान दिल्ली कूच की तीन बार कोशिश कर चुके हैं. लेकिन हरियाणा पुलिस उन्हें आगे बढ़ने से रोक रही है.

रविवार को खनौरी बॉर्डर पर जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने के लिए पंजाब के डीजीपी गौरव यादव और गृह मंत्रालय के डायरेक्टर मयंक मिश्रा पहुंचे थे. उन्होंने डल्लेवाल से बातचीत की और उनका हाल जाना. वहीं किसानों की मांगों की सूची ली है और कहा है कि हम सर्वोच्च न्यायलय के आदेशों का पालन कर रहे हैं. डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान का संदेश डल्लेवाल तक पहुंचाया है. सीएम को उनकी चिंता हो रही है और डल्लेवाल का जीवन किमती है.

इधर, इससे पहले किसानों ने शनिवार को तीसरी बार दिल्ली कूच की कोशिश की थी, लेकिन हरियाणा पुलिस के अवरोधकों के आगे किसानों की एक न चली. शंभू बॉर्डर पर एक बार फिर किसानों को आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारों का सामन करना पड़ा.

किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने आरोप लगाया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने रबड़ की गोलियां मारीं और घग्गर नदी का गंदा व केमिकल युक्त पानी फेंका गया. इस टकराव में 17 किसान घायल हुए हैं. इसी दौरान खन्ना से आए किसान जोद सिंह ने सल्फास खा लिया. उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर है.

किसान करेंगे ट्रैक्टर मार्च और रेल रोको आंदोलन
वहीं, अब 16 दिसंबर (सोमवार) को किसान ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे. 18 दिसंबर को पंजाबभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक ट्रेनें रोकी जाएंगी. इसके बाद किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की ओर से राष्ट्रपति के नाम लिखे पत्र की कॉपियां प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपी जाएंगी.

किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की: पुलिस
हरियाणा पुलिस ने कहा कि किसानों ने रस्सी के साथ एक हुक बांधकर सीमेंट की बैरिकेडिंग के ऊपर लगे लोहे के जंगले को उखाड़ने की कोशिश की. मजबूर होकर पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी. किसानों को खदेड़ने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए और पानी की बौछारें मारी गईं. करीब सवा घंटे तक पुलिस और किसानों के बीच टकराव चलता रहा.

निजी वाहनों से घायलों पहुंचाया गया अस्पताल
पुलिस की कार्रवाई में किसान कुलदीप सिंह, सुखदेव सिंह, श्मशेर सिंह, मुख्तियार सिंह खुराना, मिंहा सिंह मंगवाल, जगीर सिंह फौजी, दर्शन खोख लहरां, परमजीत सिंह हरदासपुरा, अमनप्रीत सिंह, हजारा सिंह व इंद्रजीत सिंह, राजकुमार टांडा, सुखविंदर सिंह, साधु सिंह और सुखदेव सिंह घायल हुए हैं. पंधेर ने बताया कि घायलों में कुछ की हालत ज्यादा खराब है. मौके पर एंबुलेंस की कमी होने पर प्राइवेट गाड़ियों के जरिए घायलों को अस्पताल में दाखिल कराया गया.

किसानों पर छोड़े गए एक्सपायरी आंसू गैस के गोले
पंधेर ने आरोप लगाया कि किसानों पर एक्सपायरी आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं. ऐसा इसलिए ताकि बाद में मामले की जांच बैठे तो इसका कोई रिकॉर्ड ही न हो. पंधेर ने शंभू बॉर्डर पर किसानों के मंच और घग्गर के साथ खेतों में खड़े किसानों पर भी हरियाणा पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले छोड़ने के आरोप लगाए.

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