शिकार के लिए कमरे में घुसा तेंदुआ, ब्रेंडी और सिम्बा ने तेंदुए को डाला मुसीबत में

Ved Prakash Sharma
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

हरिद्वारः वैसे तो तेंदुआ का नाम सुनकर ही अच्छे-अच्छों की दिल धड़कने बढ़ जाती है, लेकिन उत्तराखंड में दो कुत्तों के एक्शन में आने पर एक खूंखार तेंदुआ मुसीबत में फंस गया. तेंदुए की हालत यह हो गई कि वह अपनी जान बचाने के लिए पूरी रात कोने में दुबका रहा. हालांकि, बाद में वन विभाग ने उसका रेस्क्यू किया.

शिकार करने की नियत से डेरी फॉर्म में घुसा था तेंदुआ
हुआ यूं कि शनिवार की देर रात बहादराबाद इलाके के रोहण के किशनपुर गांव में बने एक एक डेरी फॉर्म में जंगल से निकलकर एक गुलदार आ घुसा. शायद गुलदार डेरी फॉर्म में मौजूद कुत्ते और अन्य मवेशियों को निवाला बनाने के लिए पहुंचा था, लेकिन डेरी फॉर्म में मौजूद रोट व्हीलर और जर्मन शेफर्ड नस्ल के दो कुत्तों ने गुलदार का जमकर मुकाबला किया. गुलदार को कमरे के एक कोने में कैद कर दिया.

लोग बनाने लगे कुत्तों से घिर तेंदुए का वीडिया
फॉर्म में गुलदार के होने की जानकारी होते ही इलाके में हड़कंप मच गया. तमाम लोग मौके पर पहुंच गए और कुत्तों से घिरे गुलदार का वीडियो बनाने लगे. इसके बाद वन विभाग को घटना की सूचना दी गई. सुबह करीब 4 बजे वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. कई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गुलदार को ट्रेंकुलाइज कर उसका रेस्क्यू किया गया. फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि कुत्तों के साथ झड़प में गुलदार जख्मी हुआ है. इलाज करने के बाद गुलदार को जंगल में छोड़ा जाएगा.

कुत्तों की बहादुरी की लोगों में हो रही चर्चा
गुलदार के पकड़े जाने के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली. उनका कहना है कि पिछले कई दिनों से इस इलाके में गुलदार की दहशत बनी हुई थी. किसान अपने खेतों में जाने से डर रहे थे. कुत्तों की बहादुरी की लोगों में चर्चा हो रही है. कुत्तों के मालिक अमित चौहान का कहना है कि दोनों कुत्ते बहुत ही बहादुर और वफादार हैं. रोट व्हीलर नस्ल की फीमेल का नाम ब्रेंडी और जर्मन शेफर्ड नस्ल के मेल डॉग का नाम सिम्बा है.

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