Lucknow: एलडीए, नगर निगम और प्रशासन की टीमों ने कुकरैल नदी की जमीन पर अवैध रूप से किए गए निर्माणों को जमींदोज कर दिया है और अब मलबा हटाने का कार्य शुरु किया गया है. ध्वस्तीकरण दौरान अफसरों की टीम मुस्तैद रही. अकबरनगर प्रथम में कुछ धार्मिक स्थल भी थे, जिन्हें देर रात में जमींदोज कर दिया गया. मंगलवार को 171 मकानों को ध्वस्त किया गया. यह ध्वस्तीकरण बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों मुस्तैदी के बीच की गई.
एलडीए के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया
एलडीए के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि अकबरनगर में सभी अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिए गए हैं. अब मलबा हटाने का काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अकबर नगर प्रथम एवं द्वितीय में सभी 1320 अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया गया है. इस दौरान कहीं कोई विवाद की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई.
उन्होंने बताया कि धार्मिक स्थलों को स्थानीय लोगों की सहमति से गिराया गया है. इससे पहले मंदिरों में स्थापित देवी-देवताओं को दूसरे मंदिर में स्थापित किया गया था. मालूम हो कि दिसंबर 2023 में सबसे पहले भीखमपुर में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की गई थी. इस दौरान 48 मकानों को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया था. इसके बाद अकबरनगर में लोगों को मकान खाली करने का नोटिस दिया गया था.
अवैध कब्जेदारों ने हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की शरण ली, लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली थी. कोर्ट के आदेश के बाद 10 जून से अकबरनगर द्वितीय में अवैध कब्जा को ध्वस्त करने का काम शुरु हुआ था. मंगलवार को 15 बड़ी पोकलेन मशीन, 12 जेसीबी, 15 वाटर टैंकर की मदद से ध्वस्तीकरण हुआ.
एलडीए के उपाध्यक्ष ने बताया कि अकबर नगर के 1898 लोगों को प्रधानमंत्री आवास आवंटित किए गए हैं. सभी लोगों को आवंटन पत्र भी दिया जा चुका है. उधर, इस ध्वस्तीकरण के बाद अकबरनगर मैदान बन गया है. सिर्फ ध्वस्त मकानों के मलबे दिखाई दे रहे हैं.