लखनऊः नए वर्ष की खुमारी लोगों के सिर चढ़कर बोली. हर कोई नए वर्ष के स्वागत को लेकर उत्साहित दिखा. सुबह से लेकर देर रात तक लोगों के रेस्टोरेंटों, होटलों और पार्कों में जाने का क्रम बना रहा. भीड़ की वजह से सड़क पर यातायात का दबाव बढ़ने के कारण लखनऊ के तमाम मार्गों पर लोगों को जाम का झाम झेलना पड़ा. कई मार्गों पर जाम के जकड़न का आलम यह था फर्राटा भरने वाले वाहन रेंगते नजर आए. कड़ाके की सर्दी में बाइक सवार ठिठुरते रहे. जाम की वजह से लोग समय से गंतव्य तक नहीं पहुंच पाए.
मंदिर जाने वाले मार्गों पर रहा यातायात का दबाव
पिछले कई दिनों से हर किसी को नए वर्ष का इंतजार था. साल के पहले दिन बड़ी सख्या में लोग मंदिरों में दर्शन-पूजन करने के लिए पहुंचे. ईश्वर के चरणों में शीश नवाकर मंगल की कामना की. सुबह से लेकर देर रात तक मंदिरों तक जाने वाले मार्गों पर यातायात का दबाव बना रहा.
इसके साथ ही तमाम लोग इस दिन को खास बनाने के लिए रेस्टोरेंटों, होटलों और पार्कों में पहुंचे. सुबह से ही इन जगहों पर लोगों के आने-जाने का क्रम शुरु हो गया. चिड़ियाघर सुबह से लेकर शाम को बंद होने तक लोगों से गुलजार रहा. बड़ी संख्या में लोग परिवार के साथ यहां पहुंचे थे.
व्यस्त रहे अंबेकर पार्क और हजरतगंज मार्ग
अंबेडकर पार्क और हजरतगंज इलाका लोगों से गुलजार रहा. इन दोनों स्थानों पर शाम के समय लोग अपने निजी वाहनों, टेम्पों, बाइक से पहुंचे. मार्गों पर वाहनों की संख्या अधिक होने की वजह से विभिन्न मार्गों पर कड़ाके की सर्दी में लोगों को जाम का सामना करना पड़ा.
इन स्थानों लोगों ने झेला जाम का झाम
सिविल अस्पताल, हजरतगंज, आईटी चौराहा, वीवीआईपी चौराहा, समता मूलक चौराहा, 1090 चौराहा, कालीदास मार्ग, विक्रमादित्य मार्ग चौराहा, वालीटंन चौराहा, निशातगंज, महानगर, डालीगंज चौराहा, अंबेडकर चौराहा, जनेश्वर मिश्र पार्क रोड, चौक चौराहा, उदयगंज सहित लखनऊ के अन्य मार्गों पर लोगों को जाम का झाम झेलना पड़ा.
रेंगते नजर आए फर्राटा भरने वाले वाहन
किसी-किसी मार्ग पर जाम के झाम का आलम यह था कि वाहनों की कौन कहे, पैदल आवागमन करने वालों को निकलने में सोचना पड़ रहा था. खासकर अंबेडकर पार्क और हजरतगंज जाने मार्ग पर लोगों को भीषण जाम का सामना करना पड़ा. फर्राटा भरने वाले वाहन रेंगते नजर आए.
एक से डेढ़ घंटे में लोगों ने तय किया 20 मिनट का सफर
चारपहिया वाहन सवार लोग तो वाहनों के अंदर थे, लेकिन जाम में फंसे बाइक सवार कड़ाके की ठंड में ठिठुरते हुए जाम के खुलने का इंतजार करते रहे. जाम का आलम यह था कि 20 मिनट का सफर लोगों ने एक से डेढ़ घंटे में तय किया. कुल मिलाकर नए साल के जश्न में राजधानी लखनऊ बुधवार की देर रात तक जाम की जकड़न में जकड़ी रही. इस जश्न की वजह से वाहनों की रफ्तार धीमी रही.