Ghazipur News: पूर्व बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को कालीबाग मुश्तैनी कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. मुख्तार अंसारी की अंतिम यात्रा में भारी भीड़ उमड़ी. जनाजे की नमाज में जिधर भी नजर जा रही थी, उधर लोगों का हुजूम दिखाई दे रहा था. हजारों की भीड़ मुख्तार की लोकप्रियता की गवाही दे रही थी. भारी भीड़ की वजह से पुलिस प्रशासन भी हाफता नजर आया.
शुक्रवार की देर रात लाया गया मुख्तार अंसारी का शव
बांदा से शुक्रवार रात करीब 1 बजकर 15 मिनट पर मुख्तार अंसारी शव एंबुलेंस से मुहम्मदाबाद के दर्जी मोहल्ला में स्थित मुख्तार अंसारी के आवास पर पहुंचा. शव आने से पूर्व सैकड़ों लोग आवास पर शव आने का इंतजार करते रहे.
शनिवार की सुबह आवास से निकला मुख्तार का जनाजा
शनिवार की सुबह करीब 10 बजे आवास से मुख्तार अंसारी का जनाजा निकला. पूर्व बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल रहे. आलम यह था काफी दूर तक नजरें दौड़ाने पर भी लोगों की भीड़ दिखाई दे रही थी.
जनाजे को कांधा देने के लिए हर कोई दिखा बेताब
जनाजे में शामिल हर कोई जनाजे को कांधा देने के लिए बेताब दिखा. आलम यह था कि हर कोई भीड़ में धक्का-मुक्की करते हुए जनाजे के पास पहुंच रहा था और कांधा दे रहा था. जनाजे में हजारों लोगों के शामिल होने के वजह से हर किसी को कंधा देने का मौका नहीं मिल सका.
मुख्तार के अंतिम दर्शन के लिए घरों की छतों पर मौजूद थे लोग
मुख्तार अंसारी के आवास से निकलकर जिन रास्तों से होते हुए जनाजे को कालीबाग कब्रिस्तान तक जाना था, उन रास्तों पर पड़ने वालों घरों के लोग जनाजे के आने का इंतजार करते रहे. तमाम लोग घरों के बाहर और छतों पर मौजूद रहे. जैसे ही जनाजे का जुलूस करीब पहुंच रहा था, लोगों की नजरें जनाजे पर टिक जा रही और तब तक नहीं हट रही थी, जब तक जनाजा उनकी नजरों से ओझल नहीं हो जा रहा था.
जिधर भी नजर जा रही थी, उधर दिख रहे थे मुख्तार को चाहने वाले
मुख्तार अंसारी के जनाजे का आलम यह था कि जिधर भी नजर जा रही थी, उधर मुख्तार अंसारी को चाहने वाले दिखाई दे रहे थे और वह जनाजे के पास जाने को बेचैन थे. भीड़ इस कदर थी कि लोगों को कब्रिस्तान के बाहर ही रोक दिया गया. इसको लेकर तमाम लोगों की पुलिस से बहस भी हुई.
भीड़ हुई बेकाबू, पुलिस को तेज करनी पड़ी आवाज
मुख्तार अंसारी का जनाजा कब्रिस्तान के अंदर गया तो बाहर हजारों लोग खड़े और उनकी निगाहें अंतिम समय दीदार को व्याकूल दिखीं. कब्र पर मिट्टा डालने के लिए लोग बेताब होने लगे. भीड़ बेकाबू हो गई. पुलिस को जबरदस्ती लोगों को वहां से हटाना पड़ा.
इससे पुलिस को अपनी आवाज तेज करते हुए लोगों को हटाया जाने लगा. मुख्तार अंसारी के भाई सांसद अफजाल अंसारी और विधायक शोएब अंसारी बार-बार लोगों से अपील करते रहे, लेकिन लोग जाने को तैयार नहीं हो रहे थे.
Uttar Pradesh: People in large numbers take part in the funeral procession of gangster-turned-politician Mukhtar Ansari in Mohammadabad, Ghazipur pic.twitter.com/PHGvhAJcp1
— ANI (@ANI) March 30, 2024