Jharsuguda News: ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में लगातार गर्मी का सितम बढ़ता जा रहा है. इससे लोगों की परेशानियां बढ़ गई है और उनका जीना दूभर हो गया है. भीषण लू और गर्मी के बीच जिला अस्पताल व जिले के अन्य सभी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में बढ़ती जा रही है. मौसम के इस कहर के बीच लू लगने से सात ट्रक चालकों की मौत हो गई.
एक ही दिन में जिले के लखनपुर, बेलपहाड, कोलाबारी व बड़माल थाना अंचल में सात ट्रक चालकों की मौत हो गई, जिनमें लू लगने के लक्षण देखे गए. जिला प्रशासन भी इन्हें लू लगने से हुई मौत मामला मान रहा है. एक दिन में सात ट्रक चालकों की मौत ने पूरे जिला लू का प्रकोप भयभीत है.
मृतकों में में लखनपुर थाना के सिंहारपुर चौक के पास एक खड़ी ट्रक में बैठा चालक बेहोश अवस्था में मिला था. उसे स्थानीय लोग एंबुलेंस में सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग-49 पर बागमुंडा के पास ट्रक खड़ी कर नीचे उतरते समय उसका चालक गिर पड़ा. तत्काल लोग उसे सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बेलपहाड़ के जोराबगा खदान के पास चालक सिकंदर टुडू को ट्रक में बैठे अवस्था में मृत पाया गया.
बेलपहाड़ खदान के पास एक और ट्रक चालक पार्किंग में मृत पाया मिला. इसी तरह अन्य चार चालकों की भी मौत हुई है. अस्पताल में डाक्टरों ने सभी की मौत के पीछे लू लगने का संदेह जताया है.
मगर प्रशासन अभी पूर्ण रूप से ट्रक चालकों की मौत लू लगने से मानने को तैयार नहीं है. सभी मृतकों का शव जिला अस्पताल में रखा गया है. सीडीएमओ का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद यह स्पष्ट हो सकेगा कि ट्रक चालकों की मौत किन कारणों से हुई है. वहीं प्रशासन इस पर कैसे अंकुश लगा पाएगा इस प्रयास में जुटा हुआ है.
जिलाधीश अबोली सुनील नरवणे ने कहा कि गर्मी के आरंभ होने के पहले से ही जिले में लू संबंधिच मौतों को लेकर लोगों को जागरूक किए जाने का अभियान जिले में चलाया गया है. हर बैठक में इस संबंध में जागरूक होने के लिए आह्वान किया जा रहा है.
अलग से भी बैठक कर ट्रक मालिक संघ व कर्मचारियों को इस संबंध में जागरूक किया गया है. हमने जिले में बढ़ती गर्मी को ध्यान में रखते हुए सभी से अपील की है कि तेज धूप के समय लोग बीना किसी काम के बाहर ना निकले.
साथ ही ट्रक चालकों व श्रमिकों को तेज धूप में आवागमन व काम करने से बचने का भी आह्वान किया था. एक बार फिर से प्रशासन लू से बचने के लिए लोगों में व्यापक जागरूकता जगाने में जुटा है.