Pahalgam Attack: बीते मंगलवार की दोपहर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जहां 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी, वहीं 17 घायल है. इस हमले के बाद सुरक्षा बलों की आतंकियों के खिलाफ लगातार एक्शन जारी है. इसी क्रम में सुरक्षाबलों ने पुलवामा, शोपियां और कुलगाम में आतंकियों के घरों को ध्वस्त कर दिया.
सुरक्षा बलों ने शोपियां के चोटीपोरा में एक सक्रिय शीर्ष लश्कर आतंकवादी कमांडर शाहिद अहमद कुट्टे के घर को जमींदोज कर दिया, शाहिद पिछले तीन से चार वर्षों से सक्रिय है, और कई राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल है.
शुक्रवार की रात सुरक्षा बलों ने कुलगाम के क्विमोह में आतंकी जाकिर गनी के घर को आईईडी से ध्वस्त कर दिया है, जाकिर 2023 में लश्कर में शामिल हुआ था. पहलगाम हमले के बाद अब तक सुरक्षाबलों ने कुल पांच आतंकियों के घरों को ध्वस्त कर दिया है.
आतंकी एहसान उल हक का मकान गिराया
इससे पहले, शुक्रवार को पुलवामा में सेना ने एक और आतंकी का घर जमींदोज कर दिया गया. सूत्रों की माने तो पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी एहसान उल हक के घर को मिट्टी में मिला दिया गया है. इससे पहले दो और आतंकियों के घर को सुरक्षाबलों ने तबाह किया था. जिसमें अनंतनाग जिले के बिजबेहरा के त्राल के गोरी इलाके में एक आतंकी के घर को बम से उड़ाया, जबकि दूसरे संदिग्ध के घर को बुलडोर से ध्वस्त किया गया. बताया गया है कि एहसान ने 2018 में पाकिस्तान से प्रशिक्षण लिया था और हाल ही में वह फिर से कश्मीर घाटी में दाखिल हुआ था. यह पहलगाम हमले का संदिग्ध है.
दक्षिण कश्मीर के गुरी के एक गांव में सुरक्षा बलों ने चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान एक संदिग्ध आतंकी के घर को बम से ध्वस्त कर दिया. सूत्रों के अनुसार, घेराबंदी और सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों को घर में कुछ संदिग्ध वस्तुएं दिखाई दीं. खतरे को भांपते हुए सुरक्षा बल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पीछे हट गए. हालांकि, पीछे हटने के कुछ ही देर बाद एक शक्तिशाली विस्फोट से घर को भारी नुकसान पहुंचा. बताया जा रहा है कि यह घर पहलगाम हमले में शामिल आतंकी आदिल का था.
आतंकी हमले में 26 लोगों की हुई थी मौत
आपको बता दें कि बीते मंगलवार की दोपहर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर गोलियों की बौछार कर 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी थी और 17 लोग घायल है. सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, परिचय पत्र देखे और फिर हिंदू हो कहकर गोली मार दी. 26 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जबकि दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक शामिल है.
इस आतंकी संगठन ने ली हमले की जिम्मेदारी
तीन जुलाई से शुरू होने जा रही श्री अमरनाथ यात्रा से पहले इस कायराना हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े गुट द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है. फरवरी, 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है. उस हमले में सीआरपीएफ के 47 जवान बलिदान हो गए थे.