Pakistan: तोशाखाना, गैर-इस्लामिक विवाह और साइफर मामले में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी व्यक्तिगत मौजूदगी और सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई की लाइव स्ट्रीमिंग की मांग की है. मामला पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट सरकार की ओर से पेश किए गए राष्ट्रीय जवाबदेही अध्यादेश में संशोधन को रद्द करने की मांग वाली उनकी याचिका से जुड़ा हुआ है.
जेल अधिकारियों के जरिए पेश किया आवेदन
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने इस मामले में अडियाला जेल के अधिकारियों के जरिए शीर्ष अदालत के समक्ष एक आवेदन पेश किया. 71 वर्षीय इमरान खान इस मामले में याचिकाकर्ता के रूप में वीडियो लिंक के जरिए शीर्ष अदालत के समक्ष पेश हुए, लेकिन इस दौरान उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया. क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने भ्रष्टाचार मामले में सुनवाई के बाद मीडिया से बात की. उन्होंने कहा, 30 मई को सुप्रीम कोर्ट में मेरा मैच है.
मालूम हो कि इमरान खान फिलहाल रावलपिंडी के अडियाला जेल में बंद हैं. वह तोशाखाना मामले, गैर-इस्लामिक विवाह और साइफर मामले में आरोपी हैं. पीटीआई प्रमुख ने कहा कि 8 फरवरी के चुनाव से पहले उन्हें तीन बार दोषी ठहराया गया था. फिर भी लोगों ने तमाम नकारात्मक प्रचार के बावजूद उनकी पार्टी को वोट दिया.
इमरान खान ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने इस्लामाबाद में भारी अंतर से चुनाव जीता था. उन्होंने कहा, “वे सोच रहे थे कि पीटीआई इस चुनाव को टाल देगी.” उन्होंने आगे कहा कि उन्हें मालूम है कि पार्टी के सूचना सचिव रऊफ हसन पर हमला किसने किया? यह घटना दर्शाती है कि देश में व्यवस्था को जोर जबरदस्ती से नियंत्रित किया जा रहा है. उन्होंने इस हमले के जवाब में पार्टी को विरोध-प्रदर्शन के लिए तैयार रहने की अपील की.
पूर्व पीएम इमरान खान ने कानून के शासन को कायम रखने के लिए न्यायाधीशों की सराहना की. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखा रही है. पीटीआई प्रमुख ने बताया कि उन्होंने तोशाखाना के उपहारों को बेचकर उनसे प्राप्त धन का इस्तेमाल बनिगाला में सड़क निर्माण में किया.