Pakistan: इस समय बांग्लादेश हिंसा के बाद राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है, जिसे लेकर विश्व के सभी देश जल्द वहां शांति स्थापित होने के साथ ही बेहतर राजनीतिक स्थिति कायम होने की उम्मीद कर रहे हैं. वहीं, अब पाकिस्तान ने भी बांग्लादेश में शांति और सामान्य स्थिति स्थापित होने की उम्मीद जताई है.
आरक्षण की आग में जला बांग्लादेश
मालूम हो कि बांग्लादेश में छात्रों के आरक्षण को लेकर किया गया विरोध-प्रदर्शन सरकार विरोधी प्रदर्शन में तब्दील होने के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश छोड़ दिया था. जिसके कुछ देर बाद बांग्लादेश सेना के प्रमुख ने उनके इस्तीफे का ऐलान किया था. देश में अस्थिरता की स्थिति की वजह से शेख हसीना भारत आ गई थी और अभी भारत में ही हैं. फिलहाल, उनके यूरोप जाने की भी संभावना जताई जा रही है.
वहीं, शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने के बाद देश में सेना ने कमान संभाली है. हिंसा में मरने वालों की संख्या 440 हो गई, जिसमें मंदिरों पर भी हमला किया गया था. वहीं, बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार को संसद को भंग कर दिया और 84 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को आगामी अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया.
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
बांग्लादेश में हाल ही में हुए राजनीतिक बदलाव पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि पाकिस्तान की सरकार और लोग बांग्लादेश के लोगों के साथ एकजुटता में खड़े हैं और ईमानदारी से शांतिपूर्ण और तेजी से सामान्य स्थिति की वापसी की उम्मीद कर रहे हैं.
बांग्लादेश को 1971 में पाकिस्तान से मिली थी स्वतंत्रता
इसमें आगे कहा गया कि बांग्लादेशी लोगों की दृढ़ भावना और एकता उन्हें एक सामंजस्यपूर्ण भविष्य की ओर ले जाएगी. मालूम हो कि बांग्लादेश को 1971 में पाकिस्तान से स्वतंत्रता मिली थी. जबकि भारत की मदद से शेख हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान ने बांग्लादेश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.