पटनाः शनिवार की देर रात बिहार में सनसनीखेज वारदात हुई. राजधानी पटना के दानापुर थाना क्षेत्र के पेठिया बाजार मोहल्ले में छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रंजीत कुमार उर्फ दही गोप और विकास उर्फ गोरख राय को अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी. इस घटना में गोरख की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दही गोप ने एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार सुबह दम तोड़ दिया. दही गोप की मौत की पुष्टि एएसपी भानु प्रताप सिंह ने की. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से खोखे और संदिग्ध हालत में सड़क किनारे खड़ी एक बाइक बरामद किया. एफएसएल की टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया था.
श्राद्धकर्म में शामिल होने गए थे दही गोप
जानकारी के अनुसार, पेठिया बाजार के ही रहने वाले मनोज कुमार के पिता का श्राद्धकर्म था, दही गोप इसमें शामिल होने के लिए गए थे. घटनास्थल उनके घर के पास ही की है. गली के मोड़ पर काफी भीड़ थी.
दही गोप और गोरख राय वहां खड़े होकर बातचीत कर रहे थे. इसी दौरान शूटर भीड़ में शामिल हो गए और नजदीक से दही गोप को गोली मार दी. उन्हें तीन से चार गोली लगने की बात कही जा रही है. सभी गोलियां गर्दन और इसके ऊपर मारी गई थी.
वहीं गोरख के सीने में गोली लगी. जिससे उनकी मौत हो गई. पुलिस ने गोरख के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश गलियों के रास्ते भाग निकले. बदमाशों की संख्या तीन से चार बताई जा रही है.
मालूम हो कि दही गोप वार्ड नंबर एक के सदस्य थे. छावनी परिषद भंग होने की वजह से उनकी उपाध्यक्ष की कुर्सी छिन गई थी. उनका कई तरह का व्यवसाय है. उनकी पत्नी प्रियंका कुमारी ने नगर परिषद के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव भी लड़ा था. उनका एक दस वर्षीय बेटा भी है.
तनाव को देखते हुए इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है. घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं. तकनीकी सेल की टीम घटनास्थल का डंप डाटा निकाल रही है.
घटना की जांच-पड़ताल में जुटी पुलिस
वारदात के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस दही गोप और उनसे जुड़े लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है. जानलेवा हमले के पीछे राजनीतिक अथवा पुरानी रंजिश भी हो सकती है. पुलिस दोनों ही बिंदुओं पर छानबीन कर रही है. उनके प्रतिद्वंद्वियों का पता लगाया जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि सुपारी देकर शूटरों से वारदात को अंजाम दिलाया गया है. फिलहांल, पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी है.