Patna Forced Marriage: बिहार में पकड़ौआ विवाह की खबरें आपने सुनी होगी. इस बीच बिहार की राजधानी पटना में जहरन विवाह का मामला सामने आया है. आपको बता दें कि पटना हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद बिहार में पकड़ौआ विवाह या जबरन शादी का मामला थमने का नाम नहीं आ रहे हैं. पकड़ौआ विवाह का सनसनीखेज मामला पटना सिटी के बेगमपुर में सामने आया है. आइए बताते हैं पूरा मामला.
बाहरी बेगमपुर में मामला दर्ज
आपको बता दें कि पटना सिटी के बाहरी बेगमपुर में मामला दर्ज कराया गया है. बेगमपुर निवासी रविनेश प्रसाद ने बाईपास थाने में अपने पुत्र गणेश कुमार का जबरन शादी को लेकर मामला दर्ज कराया है. इसमें उन्होंने लड़की के परिवार सहित एक एनजीओ के कुछ महिलाओं पर भी आरोप लगाया है. फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.
जबरन हो गई गणेश की पूजा
जानकारी के मुताबिक पटना सिटी के नगला निवासी पूजा कुमारी एक एनजीओ के कुछ लोगों के संग बाहरी बेगमपुर निवासी गणेश के घर पहुंचीं. इनकी मदद से एक शिव मंदिर में पूजा का गणेश कुमार के साथ जबरन विवाह कराया गया. इसके बाद गणेश पर लड़की को घर ले जाने का दबाव बनाने लगे. इसके बाद लोग दोनों को लेकर गणेश के घर पहुंचे. वहां गणेश के माता-पिता ने भी शादी का विरोध किया, लेकिन लोगों ने पूजा को जबरन घर में प्रवेश कराया.
जानिए क्यों पूजा ने उठाया ऐसा कदम
इसके बाद गणेश के पिता रवनीश कुमार ने मामला दर्ज कराया है. दुल्हन बनी पूजा ने बताया कि वह गणेश के साथ बीते 5 साल से रिलेशनशिप में हैं. उसने जब शादी करने की बात कही, तो वह बात टालने लगा. इसके बाद निराश पूजा ने ये कदम उठाया. फिलहाल, पुलिस दोनों परिवारों से बात कर रही है.
मामले में हाईकोर्ट ने कहा
आपको बता दें कि बिहार में पकड़ौआ विवाह साल 1980 में शुरू हुआ. 1990 आते-आते इसमें काफी बढ़ोतरी हो गई. बता दें कि साल 2023 के नवंबर माह में ही पकड़ौआ विवाह को लेकर पटना हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया था. कोर्ट ने कहा कि जबरदस्ती या दवाब में सिंदूर लगवाना हिंदू मैरिज एक्ट के तहत विवाह नहीं है. हाईकोर्ट ने कहा कि दोनों की इच्छा के बगैर दूल्हा-दुल्हन द्वारा लिए गए 7 फेरे विवाह नहीं माने जाएंगे.