पुणेः महाराष्ट्र के कई शहरों में भारी बारिश से जन-जीवन बे-पटरी हो गया है. मुंबई से लेकर पुणे तक लगातार आफत की बारिश हो रही है. पुणे के निचले इलाकों में कई घर और आवासीय सोसाइटियां पूरी तरह से जलमग्न हो गईं है, जिसके बाद लोगों को सुरक्षित निकालने का काम चल रहा है. बारिश की वजह से पुणे में चार लोगों की मौत हो गई.
अधिकारियों ने बताया
अधिकारियों ने बताया कि पुणे में बारिश से जुड़ी घटनाओं में चार लोगों की जान चली गई. शहर के डेक्कन इलाके में भारी बारिश के कारण अंडा बेचने वाले ने अपने ठेले को जब हटाने की कोशिश की तो उसे बिजली का झटका लगा और इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई. वहीं, मुलशी तहसील के तहमिनी घाट खंड में भूस्खलन में एक व्यक्ति की जान चली गई और एक अन्य घायल हो गया.
बोले CM शिंदे- आर्मी की टीमें अलर्ट पर
महाराष्ट्र के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बयान सामने आया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पूणे में स्थिति बहुत खराब है. लोगों के घरों में पानी भर गया है, रोड पर पानी लगा है. बांध में बारिश का पानी भर गया है, वहां एनडीआरएफ सहित सभी अधिकारियों को मैंने सूचित किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने आर्मी के मेजर जनरल अनुराग विज से भी बातचीत की है. कर्नल संदीप से बात की है और उन्हें अपनी टीम को अलर्ट मोड पर रखने को कहा है. लोगों को एयरलिफ्ट करने की भी तैयारी की गई है. प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है.
#WATCH मुंबई: राज्य में वर्षा एवं बाढ़ की स्थिति पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, "पूणे में स्थिति बहुत खराब है। लोगों के घरों में पानी भर गया है रोड पर पानी है। बांध में बारिश का पानी भर गया है… वहां NDRF सहित सभी अधिकारियों को मैंने सूचित किया है। टीमें वहां… pic.twitter.com/3PwAlDGJFB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 25, 2024
स्कूलों-कॉलेजों में छुट्टी घोषित
भारी बारिश को देखते हुए पुणे में अधिकांश हिस्सों में स्कूलों और कॉलेजों ने छुट्टी घोषित कर दी है. मौसम विभाग (आईएमडी) ने भी पुणे जिले के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है और लोगों से सावधानी बरतने को कहा है.
कई बांधों का बढ़ा जलस्तर
पुणे शहर और जिले के अन्य हिस्सों, जिनमें वेल्हा, मुलशी, भोर तालुका और खड़कवासला सहित कई बांधों में पानी की मात्रा बढ़ने से हालात बेहद खराब हैं. खड़कवासला बांध के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश होने से 35,000 क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है और यह आगे बढ़कर 45,000 क्यूसेक हो जाएगा. पानी छोड़े जाने की वजह से मुथा नदी के किनारे कई निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है.