Reasi Terror Attack: बीते रविवार की देर शाम रियासी में हुए आतंकी हमले में नौ लोगों की मौत हो गई थी, जबकि, 33 लोग घायल हो गए थे. सोमवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा रियासी आतंकी हमले में घायल हुए लोगों का हाल जानने के लिए जीएमसी जम्मू पहुंचे. उन्होंने चिकित्सकों ने घायलों के उपचार के संबंध में जानकारी ली.
प्रशासन की प्राथमिकता है कि घायलों को बचाया जा सकेः LG
इस दौरान एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि आतंकी हमले में शामिल दहशतगर्दों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. आतंकियों की पकड़ के लिए पुलिस, सीआरपीएफ, सेना की तरफ से सयुंक्त ऑपरेशन चलाया जा रहा है. आतंकियों को निश्चित रूप से दंड मिले, इसका प्रयास जारी है. सबसे पहले प्रशासन की प्राथमिकता है कि घायलों को बचाया जा सके. उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री मोदी, कैबिनेट मंत्री अमित शाह भी मामले पर नजर बनाए हुए हैं.
मृतकों के परिजनों मिलेंगें दस-दस लाख
उपराज्यपाल ने कहा कि जान गंवाने वाले लोगों की कमी को किसी भी तरह से पूरा नहीं किया जा सकता, लेकिन फिर भी मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि को मंजूरी दी है. साथ ही घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि भी स्वीकृत की गई है. घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
जिला प्रशासन ने सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए एक नियंत्रण कक्ष बनाया है. घटनास्थल पर जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ द्वारा एक संयुक्त सुरक्षा बल अस्थायी मुख्यालय स्थापित किया गया है.
LG मनोज सिन्हा ने ट्वीट कर बताया
प्रधानमंत्री मोदी ने रियासी में आतंकी हमले की पूरी जानकारी रविवार को ही जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा से ली. मनोज सिन्हा ने ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लिया और उनसे हालात पर लगातार नजर रखने तथा परिवारों को हर संभव सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिए.
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की तलाश के लिए एक संयुक्त अभियान शुरू किया है और हमले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. इस जघन्य कृत्य के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें जल्द ही दंडित किया जाएगा. प्रधानमंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि सभी घायलों को सर्वोत्तम संभव चिकित्सा देखभाल और सहायता प्रदान की जाए.
मालूम हो कि रियासी में हुए आतंकी हमले में नौ लोगों की मौत हो गई. इस हमले में 33 लोग घायल हो गए. इनमें 18 लोगों का उपचार जीएमसी जम्मू में चल रहा है. 14 लोगों का उपचार नारायणा अस्पातल में जारी है. चिकित्सकों की टीम घायलों पर नजर बनाए हुए हैं.