Jama Masjid Case: संभल की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद ने रविवार को बवाल कर रूप ले लिया. मस्जिद पर हरिहर मंदिर होने का दावा किए जाने के बाद यहां दोबारा सर्वेक्षण के दौरान बवाल हो गया. भीड़ ने जमकर पथराव किया. लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस छोड़ने के साथ ही लाठचार्ज किया. बताया जा रहा है कि पथराव में 20 से अधिक पुलिसकर्मी चोटिल हुए हैं. एक युवक की मौत की खबर है. भीड़ ने दस से अधिक वाहनों को फूंक दिया.
सर्वे की जानकारी होने पर एकत्र होने लगे लोग
बताया गया है कि रविवार सुबह करीब 6 बजे संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के साथ एक सर्वे टीम जामा मस्जिद पहुंची. इस दौरान कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में मस्जिद का सर्वे शुरू हुआ. जैसे ही मस्जिद पर सर्वे की जानकारी स्थानीय लोगों को हुई, मुस्लिम समुदाय के कई लोग लोग मस्जिद के बाहर एकत्र हो गए.
मुस्लिम समाज के लोगों ने सर्वे पर जताई आपत्ति
मुस्लिम समाज के लोगों ने सर्वे पर आपत्ति जताई. कुछ ही देर में मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए और नाराज भीड़ ने पुलिस को रोकने का प्रयास किया. पुलिस के समझाने के बावजूद भीड़ ने हो-हल्ला करते हुए हंगामा शुरू कर दिया.
पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल
स्थिति तब और बिगड़ गई, जब भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया. पत्थर लगने से कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. इसके बाद मौके पर तैनात पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की. स्थिति काबू से बाहर होने पर पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने के साथ ही लाठीचार्ज करना पड़ा.
बढ़ाई गई मस्जिद की सुरक्षा
पथराव और हंगामे के बाद इलाके में तनाव का माहौल है. प्रशासन ने जामा मस्जिद के चारों तरफ बैरिकेडिंग कर इलाके को सील कर दिया है. मौके पर डीएम, एसपी और एडीएम सहित जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं. आसपास के थानों से भी अतिरिक्त पुलिस बल बुला लिया गया है.
29 नवंबर को पेश होगी रिपोर्ट
मस्जिद के अंदर सुबह 7:30 बजे से लगभग दो घंटे तक सर्वे चला. कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में टीम ने मस्जिद के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया. सर्वे पूरा होने के बाद टीम वहां से निकल गई. इस मामले की अगली सुनवाई 29 नवंबर को होनी है, जिसमें सर्वेक्षण की प्रारंभिक रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी.
माहौल तनावपूर्ण, भीड़ पर नजर
इस घटना के बाद मस्जिद के आसपास बड़ी संख्या में लोग एकत्र हैं. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं और भीड़ को समझाने की कोशिश में जुटे हैं.
19 नवंबर से शुरु हुआ था विवाद
मालूम हो कि यह विवाद 19 नवंबर को शुरू हुआ था, जब मस्जिद पर हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया और सर्वे किया गया था. इसके बाद से ही मामला कोर्ट में है और क्षेत्र में तनाव बना हुआ है. मस्जिद की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और आसपास के क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है. प्रशासन ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.