Russia-Ukraine War: किम जोंग की बहन ने खारिज किया अमेरिका का दावा, कहा- ‘हमारे हथियार किसी को बिक्री के लिए नहीं’

Ved Prakash Sharma
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Russia-Ukraine War: रूस को हथियार देने के अमेरिका के दावों को उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग की बहन किम यो जोंग ने सिरे से खारिज कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया और रूस के बीच किसी भी तरह का सैन्य सहयोग नहीं है. किम की बहन ने कहा कि उनके देश के हथियार रूस या किसी अन्य देशों के लिए बिक्री के लिए नहीं हैं, बल्कि वे दक्षिण कोरिया से बचाव के लिए हैं. मालूम हो कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका लगातार उत्तर कोरिया पर रूस को सैन्य सहयोग के साथ ही हथियार देने के आरोप लगाते रहे हैं.

उनका यह बयान तब आया है, जब गुरुवार को अमेरिका ने यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध के बीच प्योंगयांग और मॉस्को के बीच सैन्य उपकरणों के हस्तांतरण में शामिल होने के लिए तीन रूसी संस्थाओं और दो रूसी व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाया. इतना ही नहीं, अमेरिका ने यह दावा भी किया था कि उत्तर कोरिया ने यूक्रेन में रूस के युद्ध का समर्थन करने के लिए उसे हथियारों की आपूर्ति की है.

आरोपों को किम यो जोंग ने बताया बेबुनियाद
किम जोंग की बहन किम यो जोंग ने कहा कि ये आरोप बेबुनियाद हैं. योनहाप समाचार एजेंसी ने कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) का हवाला देते हुए बताया कि उन्होंने कहा कि हमारी सैन्य तकनीकी क्षमताओं को किसी भी देश में निर्यात करने या उन्हें जनता के लिए खोलने का कोई इरादा नहीं है. किम ने दक्षिण कोरिया-अमेरिका संयुक्त सैन्य अभ्यास के स्पष्ट संदर्भ में कहा कि कई रॉकेट लांचर और मिसाइलों सहित उत्तर कोरिया के सामरिक हथियारों का उद्देश्य दक्षिण कोरिया के खिलाफ अपना बचाव है.

मालूम हो कि अमेरिका ने रूस और उत्तर कोरिया के कई सहयोगियों पर प्रतिबंध लगाया है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच दो साल से अधिक समय से जारी युद्ध के दौरान उत्तर कोरिया और रूस के बीच सैन्य उपकरणों की सप्लाई करने के आरोपी पांच व्यक्तियों और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है. गुरुवार को जारी बयान में अमेरिका ने यह भी दावा किया कि रूस ने यूक्रेन के साथ युद्ध छेड़ने के लिए उत्तर कोरिया पर भरोसा जताया. अमेरिका के अनुसार, रूस और कोरिया के संबंध वैश्विक सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय परमाणु अप्रसार व्यवस्था के लिए व्यापक खतरा पैदा करते हैं.

उत्तर कोरिया द्वारा किसी भी तरह के हथियार या सैन्य उपकरणों की खरीद-बिक्री पर यूएन पाबंदी लगा रखी है. साथ ही अमेरिका और उसके अन्य सहयोगी पश्चिमी देश रूस पर उत्तर कोरिया से सैन्य प्रौद्योगिकी और आर्थिक सहायता के बदले में यूक्रेन युद्ध के लिए तोपखाने, मिसाइल और दूसरे हथियार खरीदने के आरोप लगाते रहे हैं.

इसके अलावा, उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया और उसके सहयोगियों के सैन्य अभ्यासों को उसके खिलाफ आक्रमण का पूर्वाभ्यास बता रहा है. हालांकि, सियोल और वाशिंगटन ने ऐसे दावों को खारिज कर दिया है.

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