UP: जेल में बंद संभल हिंसा के आरोपियों से सपा नेताओं की मुलाकात पर शासन ने सख्त होते हुए कार्रवाई का डंडा चलाया है. जेलर और डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया गया है. सूत्रों की माने तो डीजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने मुरादाबाद जेल के जेलर विक्रम सिंह यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को निलंबित कर दिया है. वहीं, जेल अधीक्षक पीपी सिंह के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करने की शासन से सिफारिश की गई है.
जेल में आरोपियों से मिले थे सपा नेता
मालूम हो कि आरोपियों से सपा सपा के पूर्व सांसद और विधायकों सहित कई सपा नेताओं ने जेल में मुलाकात की थी. पूर्व सांसद, विधायकों के साथ कुछ सपा नेता बगैर पर्ची लगाए मिले थे. ऐसा कहा जा रहा है कि मुलाकात के दौरान जेल मैनुअल का पालन नहीं किया गया. शासन के निर्देश पर डीजी जेल ने डीआईजी जेल कुंतल किशोर को मामले की जांच सौंपी थी.
बाहरी लोगों के प्रवेश पर 10 दिसंबर तक लगी थी रोक
दरअसल, संभल में जेल नहीं है. इस कारण संभल हिंसा के आरोपी मुरादाबाद जेल में बंद हैं. हिंसा का मामला बेहद संवेदनशील है, इसलिए संभल प्रशासन ने 10 दिसंबर तक जनपद में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक तक लगा रखी है.
सपा नेताओं ने मीडिया से की थी बातचीत
इस बीच सोमवार को पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन, ठाकुरद्वारा विधायक नवाबजान, नौगंवा सादात (अमरोहा) से विधायक चौधरी समरपाल सिंह, जिला महासचिव मुदस्सिर खान, पूर्व जिलाध्यक्ष अतहर हुसैन अंसारी, प्रदेश सचिव गुलजार अहमद, कादिर खान जिला कारागार पहुंचे और संभल हिंसा के आरोपितों से मुलाकात की थी. बाहर निकलकर आए सपा नेताओं ने मीडिया से बातचीत में आरोपितों को बेगुनाह बताया था. पुलिस द्वारा बर्बरता किए जाने की बात कही थी.
यह मामला अखबारों में सुर्खियों का विषय बना, जिसका डीएम ने संज्ञान लिया और मंगलवार को एक रिपोर्ट शासन को भेज दी. इसी के बाद डीआइजी जेल कुंतल किशोर जिला कारागार पहुंचे और जेल का एक-एक कोना खंगाला. सोमवार को जेल में कौन-कौन से मुलाकाती आए थे, किनसे मुलाकात की, किनके नाम की पर्ची लगी. सारा रिकॉर्ड अपने कब्जे में लिया. सीसीटीवी फुटेज की रिकॉर्डिंग भी कब्जे में लिया था. इसके बाद जेल कर्मियों पर कार्रवाई की गाज गिरी है.