Scam Alert: दिन-प्रतिदिन साइबर फ्रॉड के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ठग नए-नए तरीकों से लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं. सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद भारत में साइबर फ्रॉड के मामलों पर रोक नहीं लग पा रही है. अगर आप खुद को साइबर फ्रॉड से सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो इसका सिर्फ एक और सबसे महत्वपूर्ण तरीका है- सावधानी. आज के इस आर्टिकल में हम आपको जालसाजों के उन सबसे कॉमन ट्रिक्स के बारे में जानकारी देंगे. जिसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. आइए जानते है….
ऑनलाइन ठगी के 10 तरीके
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TRAI कॉल: इस स्कैम में स्कैमर्स खुद को टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया का कर्मचारी बताकर आपको फोन करते हैं. आपसे कहा जाता है कि आपके मोबाइल नंबर का इस्तेमाल गैरकानूनी काम में हुआ है, इसलिए नंबर बंद किया जा रहा है. हालांकि, ट्राई इस तरह से फोन नंबर बंद नहीं करता है.
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डिजिटल अरेस्ट: इस स्कैम में आपको फोन करके बताया जाता है कि आपकी कोई गलती हुई है और आपके खिलाफ वारंट जारी किया गया है. इस दौरान स्कैमर्स सीबीआई या पुलिस ऑफिसर बनकर आपको डराते हैं और डिजिटल अरेस्ट करके पैसे मांगते हैं. जबकि, पुलिस ऑनलाइन या कॉल पर अरेस्ट नहीं करती है. अगर आपको भी ऐसे कॉल आए हैं, तो तुरंत सावधान हो जाएं और फोन काट दें.
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ऑनलाइन टॉस्क: इस स्कैम में स्कैमर की ओर से आपको घर बैठे काम करके पैसे कमाने का लालच दिया जाता है. लेकिन, आपको पहले ही पैसे देने होते हैं. यूट्यूब वीडियो या सोशल मीडिया पोस्ट करने जैसी टॉस्क दी जाती है. जिन तरीकों से आसानी से पैसा कमाने की बात हो, वहां अलर्ट होना जरूरी है. अगर कोई व्यक्ति आपको वीडियो को शेयर-लाइक करने, किसी सामान का रिव्यू देकर पैसे कमाने का लालच दें, तो समझ जाएं कि आप खतरे में है.
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ट्रेडिंग स्टॉक: इस स्कैम में स्कैमर आपको हाई रिटर्न का लालच देकर फेक इन्वेस्टमेंट स्कीम में निवेश करने को कहता है. ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में लोग इनके जाल में फंस जाते हैं. इसलिए ट्रेडिंग स्टॉक की सही से जांच-पड़ताल करने के बाद ही निवेश करें.
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परिवार के सदस्य की गिरफ्तारी: इस स्कैम में स्कैमर खुद को पुलिस ऑफिसर बताता है और कहता है कि आपके परिवार के किसी सदस्य को अरेस्ट किया गया है. फिर उसे छुड़ाने के लिए पैसे मांगे जाते हैं. इस बात पर यकीन करने से पहले आपको उस सदस्य के सच्चाई पूछनी चाहिए.
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केवाईसी: इस स्कैम में स्कैमर की ओर से आपको बैंक या किसी और सरकारी एजेंसी की केवाईसी पूरी करने के लिए कहा जाता है. स्कैमर आपको केवाईसी अपडेट के लिए एक लिंक पर क्लिक करने के लिए कहता है. जैसे ही आप इस लिंक पर क्लिक करते हैं, आपकी पर्सनल डिटेल स्कैमर के पास चली जाती है.
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क्रेडिट कार्ड: इस स्कैम में स्कैमर आपके नाम पर जारी क्रेडिट कार्ड से बेतहाशा खर्चा किए जाने की जानकारी देता है. कार्ड की डिटेल्स वेरिफाई करने के लिए स्कैमर आपसे पर्सनल जानकारी और बैंकिंग डिटेल्स मांगता हैं. फिर ओटीपी के जरिए ठगी को अंजाम दे देता हैं.
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टैक्स रिफंड: इस स्कैम के जरिए टैक्सपेयर्स को साइबर ठगी का शिकार बनाया जाता है. इसमें आपको बताया जाता है कि आपको टैक्स रिफंड मिलेगा और आपसे बैंक डिटेल मांगी जाती है. फिर रिफंड पाने के चक्कर में लोगों के साथ बैंक फ्रॉड हो जाता है.
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पार्सल: इस स्कैम में स्कैमर आपको कॉल करके बताता है कि आपके नाम पर कोई पार्सल आया है और उस पर कस्टम ड्यूटी देनी होगी. या फिर उस पार्सल में गैरकानूनी चीज बताई जाती है और आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी जाती है. ऐसी कॉल पर अलर्ट होना चाहिए.
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मनी ट्रांसफर: इस स्कैम में स्कैमर आपके पास एक फेक मैसेज भेजता है कि आपके बैंक अकाउंट में पैसा आया है. लेकिन, कोई आपको कॉल करके बताता है कि ये पैसा गलती से आपके अकाउंट में ट्रांसफर हो गया है. हालांकि, ये कॉल स्कैमर की तरफ से हो सकती है. इसलिए पैसा रिटर्न करने से पहले बैंक जाकर पूरी जांच-पड़ताल करनी चाहिए.