अयोध्या: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए हैं. इस हादसे के बाद अयोध्या धाम और अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पब्लिक एड्रेस सिस्टम से श्रद्धालुओं को जागरूक किया जा रहा है.
किसी दुर्घटना के बचाव के मद्देनजर श्रद्धालुओं के आगमन व निकास के लिए अलग-अलग एंट्री व एग्जिट गेट बनाए गए हैं. सुरक्षा के लिए जीआरपी व सीआरपीएफ के जवान पूरी मुश्तैदी से तैनात हैं. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर श्रद्धालुओं ने भी आरपीएफ व जीआरपी के जवानों की तारीफ की है और कहा है कि सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम हैं.
महाकुंभ के बाद वाराणसी और अयोध्या बड़ी संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालु
मालूम हो कि महाकुंभ में स्नान करने के बाद दर्शन-पूजन के लिए बड़ी संख्या श्रद्धालु अयोध्या और वाराणसी पहुंच रहे है. वाराणसी में तो हाल ये है कि काशी विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को लंबी लाइन में लगना पड़ रहा है. हालात ये हैं कि श्रद्धालु 5-6 घंटे तक बाबा के दर्शन के लिए इंतजार कर रहे हैं.
हाल ही में खबर सामने आई थी कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 से लेकर मैदागिन और नंदी चौक तक लोगों की भारी भीड़ है और लोग कतार में अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं. कई लोग तो रात 1 बजे तक बाबा के जलाभिषेक के लिए कतार में खड़े दिखाई दे रहे हैं.
मंदिर प्रशासन की ओर से जो आंकड़े सामने आए हैं, उसके अनुसार, 13 फरवरी को 8 लाख से अधिक भक्तों ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन किए हैं. वहीं रोजाना करीब 6 लाख लोग दर्शन कर रहे हैं. हालांकि, यहां भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए तमाम इंतजाम किए गए हैं.
आपको बता दें कि प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है, जिस वजह से करोड़ों की संख्या में भक्त रोजाना प्रयागराज में पहुंच रहे हैं. यहां पवित्र स्नान करने के बाद दर्शन-पूजन के लिए अयोध्या और वाराणसी पहुंच रहे हैं. इससे मंदिरों में भक्तों की भीड़ का दबाव बढ़ गया हैं.