Bahraich Violence: यूपी के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे पर गाना बजाने को लेकर रविवार की देर शाम बवाल हो गया. इस दौरान युवक की हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ. पथराव और आगजनी की घटना जगह-जगह होती रही. इस बीच पुलिस और प्रशासन बैकफुट पर नजर आया. गायघाट पर भी रविवार देर रात पूजा समितियों ने प्रतिमाओं का विसर्जन रोक दिया. डीएम-एसपी पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया. स्टीलगंज तालाब मार्केट के पास गाड़ी में आग के हवाले कर दिया.
आक्रोशित लोगों ने की आगजनी, लगाया जाम
आक्रोशित लोगों ने अस्पताल चौराहे पर लगे बैनर गिराकर आग लगा दिया. आग बुझाने पहुंची दमकल की टीम पर पथराव किया गया. किसी तरह दमकल कर्मियों ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई. पुलिस ने लाठी भांजकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया. आक्रोशित लोगों ने देर रात करीब 11:30 बजे नानपारा-लखीमपुर हाईवे भी जाम कर दिया. इस बीच डीएम-एसपी के खिलाफ नारेबाजी के बीच सीएम योगी जिंदाबाद के नारे भी लगे.
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस में गाने को लेकर हुआ विवाद
मालूम हो कि बहराइच में महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में गाने को लेकर हुए विवाद के बाद दूसरे समुदाय के युवकों ने पथराव शुरू कर दिया. इससे दुर्गा प्रतिमा खंडित होने पर पूजा समिति के सदस्यों में आक्रोशित व्याप्त हो गया और उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया तो दूसरे समुदाय के लोग रामगोपाल मिश्रा (24) को घर के अंदर घसीट ले गए उसको मारने-पीटने के साथ ही गोली मार दी. उसे बचाने पहुंचे राजन (28) भी गंभीर रूप से घायल हो गए.
इस घटना का पूरे जिले में विरोध शुरू हो गया. विसर्जन कमेटी के लोगों ने बहराइच-सीतापुर हाईवे पर चहलारी घाट पुल के पास जाम लगा प्रदर्शन शुरू कर दिया. बहराइच-लखनऊ हाईवे भी आवागमन को रोक दिया.
शहर में सैकड़ों जगह प्रतिमा विसर्जन जुलूस को रोक दिया गया. मामला बढ़ता देख 6 थानों की पुलिस व पीएसी तैनात कर दी गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रविवार शाम महसी तहसील की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जाया जा रहा था.
बवाल के बाद समिति के लोगों ने शुरु किया प्रदर्शन
महराजगंज कस्बे में पहुंचने पर कस्बा निवासी सोनार अब्दुल हमीद बेटे सबलू, सरफराज व फहीम के साथ मौके पर पहुंचे और गाली गलौज शुरू कर दी. प्रतिमा के साथ चल रहे लोगों ने इसका विरोध किया तो छतों से पथराव शुरू कर दिया गया. इस पर समिति के सदस्य प्रदर्शन करने लगे तो हमीद व उनके साथ मौजूद हजारों की भीड़ मौके पर पहुंची और उपद्रव शुरू कर दिया. सूचना पर भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई.
समिति सदस्यों ने लगाया आरोप
पूजा समिति सदस्यों का आरोप है कि एसओ मौके पर मौजूद नहीं थे. प्रदर्शन शुरू हुआ तो पुलिस ने विसर्जन में शामिल लोगों पर ही लाठीचार्ज कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई और दूसरे समुदाय के लोग रामगोपाल को उठा ले गए. बहराइच एसपी वृंदा शुक्ला सहित अन्य आला-अधिकारी महराजगंज में कैंप कर रहे हैं. पूरे कस्बे को सील कर दिया गया है.
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि हालात पर काबू पाने के लिए एडीजी जोन गोरखपुर केएस प्रताप कुमार और डीआईजी रेंज देवीपाटन अमरेंद्र प्रताप सिंह को भेजा गया है.
बहराइच के महराजगंज की घटना का विरोध देखते ही देखते पूरे जिले में फैल गया. सड़क जाम करने के साथ ही कुछ जगहों पर आगजनी भी हुई. इससे देर रात तक तनाव हना रहा. वहीं, शहर, फखरपुर, तेजवापुर, रिसिया ब्लॉक, नानपारा व इटहा में पूजा समितियों ने प्रतिमाओं का विसर्जन रोक दिया.
आक्रोशित लोगों ने सड़क पर शव रख किया प्रदर्शन
रामगोपाल की मौत के बाद मेडिकल कॉलेज में भी प्रदर्शन व नारेबाजी शुरू हो गई. आक्रोशित लोग शव लेकर मेडिकल कॉलेज के बाहर पहुंचे और सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. यही नहीं, मेडिकल कालेज के पास से गुजर रहीं प्रतिमाएं भी रोक दी गईं. देर रात महसी विधायक सुरेश्वर सिंह मौके पर पहुंचे.
उन्होंने परिजनों को किसी तरह से मनाकर शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. इसके बाद लोगों का जमावड़ा पोस्टमार्टम हाउस पर हो गया. वहां भी देर रात तक नारेबाजी होती रही. पुलिस के खिलाफ स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन भी किया.
मामला बढ़ता देख एसपी ने संभाला मोर्चा
मामला बढ़ता देख एसपी वृंदा शुक्ला भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचीं और स्थिति को संभालने का प्रयास शुरू किया. उन्होंने बताया कि मौके पर दो प्लाटून पीएसी तैनात की गई है. 6 थानों की पुलिस भी मौजूद है. स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है. प्रकरण की जांच की जा रही है. इसमें शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. अगर स्थानीय पुलिस की लापरवाही भी सामने आई तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा. हालात पर नियंत्रण के लिए पुलिस पूरी रात सक्रिय है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापा भी मारा जा रहा है.
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रामगोपाल के शरीर पर छर्रे के 20 से अधिक निशान थे. ऐसे में आशंका है कि उन्हें पांच से छह भरुआ कारतूस से गोली मारी गई. इससे छर्रे बिखरकर पूरे सीने में धंस गए हैं.
गुस्साएं लोगों ने महसी सीओ पर लगाया आरोप
महराजगंज की घटना के बाद सबसे ज्यादा आरोप पुलिस व प्रशासन पर लगे. घटना के बाद लोगों ने आरोप लगाया कि गाने को लेकर जब दूसरे समुदाय की ओर से गाली गलौज की गई तो पुलिस व प्रशासन के जिम्मेदार मूकदर्शक बने रहे. आरोप है कि मौके पर एसओ मौजूद भी नहीं रहे. आरोप है कि जब पथराव हुआ और पूजा समितियों के लोगों ने प्रदर्शन किया तो पुलिस ने उनपर ही लाठी चार्ज कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई और दूसरे समुदाय के लोग रामगोपाल को घर में उठा ले गए, जहां उनके साथ बर्बरता के बाद गोली मारी गई.
सुबह गांव लाया गया मृतक का शव
बहराइच सांप्रदायिक हिंसा में जान गंवाने वाले रामगोपाल मिश्रा का पोस्टमार्टम साढ़े तीन बजे के बाद शुरू हुआ. पोस्टमार्टम सुबह सात बजे पूरा हुआ. इसके बाद शव उनके घर की तरफ रवाना किया गया. साथ पुलिस का बंदोबस्त मौजूद है. शव गांव में आने पर परिवार के लोगों ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया. आक्रोशित लोग आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग पर अड़ गए.
सीएम की अपील पर हुआ प्रतिमाओं का विसर्जन
बहराइच में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद करीब-करीब पूरे जिले में प्रतिमाओं का विसर्जन रोक दिया गया था. सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा विसर्जन की अपील करने के बाद यह विसर्जन किया गया. एक के बाद पूजा कमेटियों ने एक दूसरे के वीडियो देखने के बाद विसर्जन किए. इधर लोगों का आरोप था कि पुलिस ने बहुत जल्दबाजी में दबाव बनाकर विसर्जन कराया. विसर्जन के दौरान डीजे बजाने की अनुमति नहीं दी गई.
कई लोगों पर एफआईआर, कई हिसात में
इस बीच देर रात मुख्य आरोपी सलमान सहित कई लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है. सूत्रों के अनुसार 20 से 25 लोगों को हिरासत में लेने की खबरें आ रही हैं. उधर, दूसरी ओर पूजा कमेटी देर रात तक इस बात पर अड़ी रही कि आरोपियों की गिरफ्तारी हो. आरोपियों को फांसी देने के नारे देर रात सड़कों पर गूंजते रहे. दूसरे दिन सोमवार को भी तनाव व्याप्त है. घटना के विरोध में लोग हंगामा कर रहे हैं. अरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. पुलिस मामला शांत कराने के प्रयास में जुटी हुई है.