श्रीगंगानगर: पाकिस्तानी रेंजर्स ने सरहद के पार खाली कराए गांव, जीरो लाइन तक कर रहे पेट्रोलिंग

Ved Prakash Sharma
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

श्रीगंगानगर:  बीते मंगलवार की दोपहर (22 अप्रैल) को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी में जहां  26 लोगों की मौत हो गई, वहीं 17 लोग घायल हो गए थे. इस हमले के बाद भारत की ओर से लिए गए सख्त एक्शन से पाकिस्तान पूरी तरह से डरा और घबराया हुआ है. उसने सीमा पर अपनी फोर्स की मूवमेंट भी बढ़ा दी है. राजस्थान के श्रीगंगानगर और पश्चिमी सरहद पर पाकिस्तानी रेंजर ज़ीरो लाइन के पास तक पेट्रोलिंग करने आ रहे हैं. सरहद के उस पार पाकिस्तानी रेंजरों ने कई गांव खाली करा लिए हैं. जेसीबी मशीन के साथ ही अन्य तैयारियों में पाक रेंजर्स के जुटे होने की खबर है.

पैनी नजर बनाए हुए हैं बीएसएफ के जवान

सरहद के उस पार दुश्मन की गतिविधियों पर सीम सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान पैनी नजर बनाए हुए हैं. भारतीय जवान दुश्मन को जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. सीमावर्ती इलाकों में पूरी सतर्कता बरती जा रही है और निगरानी बढ़ा दी गई है.

श्रीगंगानगर की सीमा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलनगर जिले के साथ लगती है. इस सीमा को रेडक्लिफ रेखा के रूप में जाना जाता है. 1947 में देश के विभाजन के दौरान इसे स्थापित किया गया और यह लगभग 3,323 किलोमीटर लंबी भारत-पाकिस्तान सीमा का हिस्सा है. श्रीगंगानगर बॉर्डर की लंबाई करीब 210 किलोमीटर है, जो इसे रणनीतिक और सुरक्षा दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बनाती है. इस सीमा पर लगातार चौकसी बरती जाती है.

श्रीगंगानगर बार्डर को दुनिया की सबसे खतरनाक सीमाओं में से एक माना जाता है. यहां सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा सघन रूप से निगरानी की जाती है. सीमा पर तारबंदी, फ्लडलाइट्स (रात में अंतरिक्ष से दिखाई देने वाली), और बॉर्डर आउटपोस्ट (BOPS) स्थापित किए गए हैं.

पहलगाम में पर्यटकों पर हुआ था आतंकी हमला

मालूम हो कि बीते 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम के पास बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाकर हमला किया था. इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गी थी, जबकि17 लोग घायल हो गए थे. 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद यह सबसे घातक हमला था.

More Articles Like This

Exit mobile version