बिजनौरः बिजनौर के नहटौर में परिवार के सामने से गुलदार एक बच्ची को खींच लिया. परिवार के लोगों ने किसी तरह से गुलदार से बच्ची को छुड़ाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई. 21 माह में 26 गुलदार 26 लोगों पर हमला र चुका है और इस साल सांतवी मौत है.
परिवार के साथ खेत पर गई थी तान्या
जानकारी के अनुसार, गांव मलकपुर निवासी बुलंद सिंह की पत्नी सुनीता देवी स्वजन के साथ अपने खेत पर धान काटने जा रही थी. वह अपने साथ अपनी आठ वर्षीय बेटी तान्या को भी ले गई. तान्या स्वजन के बीच में खेत की मेढ़ पर चल रही थी. इसी दौरान अचानक एक खेत से निकले गुलदार ने तान्या पर हमला बोल दिया और उसकी गर्दन जबड़े में दबोचकर भाग गया.
परिजनों ने किसी तरह गुलदार को भगाया
यह देख स्वजन शोर मचाते हुए गुलदार के पीछे दौड़े. पास के ही गन्ने के एक खेत में गुलदार बैठा दिख गया. उसने तान्या की गर्दन तब भी दबोच रखी थी. स्वजनों ने गन्ना तोड़कर गुलदार पर वार करते हुए किसी तरह उसे भगाया और घायल तान्या को सीएचसी लेकर पहुंचे. वहां जांच के बाद चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया.
घटना से ग्रामीणों में भय
जानकारी मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची. परिवार के लोगों से घटना के संबंध में जानकारी ली. तान्या की मौत से परिवार में कोहराम मच गया. तान्या गांव के ही परिषदीय विद्यालय में कक्षा तीन की छात्रा थी. इस घटना से ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया है.
इस साल गुलदार के हमले में इनकी गईं जान
20 गुलदार ने जनवरी को गांव जलालपुर हसना में चंद्रप्रकाश सिंह को मार डाला, 13 जुलाई को गांव मंडोरी में दिव्यांशीस, 22 जुलाई को गांव पिलाना में सलोनी, 17 अगस्त को गांव पिलाना में संतोष देवी, 23 अगस्त को गांव जलालपुर भूड़ में पीयूष कुमार और 11 अक्टूबर को गांव मलकपुर में तान्या को मारा डाला.
डीएफओ ज्ञान सिंह ने बताया
इस संबंध में डीएफओ ज्ञान सिंह ने बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए खेतों में पहले ही पिंजरा लगा है. दूसरा पिंजरा भी लगवाया जा रहा है. गांव वालों को छोटे बच्चों को खेतों में न ले जाने को बार बार सचेत किया जा रहा है.